इतिहास में 13 सितम्बर

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लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का मानना था कि उस समय का हैदराबाद भारत के पेट में कैंसर के समान है। जिसपर हर हाल में काबू पाने के वे पुरजोर हिमायती थे।



13 सितम्बर 1948। इस एतिहासिक तारीख़ से दो दिनों पहले 11 सितम्बर को भारत को विभाजन का जख़्म देकर पाकिस्तान का जनक बने मोहम्मद अली जिन्ना, कराची में लंबी बीमारी के बाद तक़रीबन उपेक्षित हालात में दुनिया से विदा हो चुके थे। विभाजन और आज़ादी के बावजूद हैदराबाद रियासत के रूप में एक नासूर भारत को तक़लीफ दे रहा था। लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का मानना था कि उस समय का हैदराबाद भारत के पेट में कैंसर के समान है। जिसपर हर हाल में काबू पाने के वे पुरजोर हिमायती थे।

आज़ादी के बाद ज्यादातर रजवाड़े भारत में शामिल हो गए लेकिन तीन रियासतें इनमें शामिल नहीं थीं- जूनागढ़, कश्मीर और हैदराबाद। निजाम ओसमान अली खान ने फ़ैसला किया था कि हैदराबाद न तो भारत में शामिल होगा और न ही पाकिस्तान में बल्कि वह स्वतंत्र मुल्क के रूप में मान्यता की कोशिशों में लगा था। उसने ब्रिटिश सरकार के सामने राष्ट्रमंडल देशों के तहत स्वतंत्र राजतंत्र के रूप में मान्यता का आग्रह किया जिसे स्वीकार नहीं किया गया। हैदराबाद देश का सबसे बड़ा राजघराना था। उसका क्षेत्रफल बड़ा क्षेत्रफल था। सेना थी और निजाम की सत्ता बनाए रखने के लिए 20 हजार की निजी सेना के रूप में रजाकार थे।

हैदराबाद को भारत में विलय के लगातार प्रस्ताव दिए गए मगर उसका कोई नतीजा नहीं निकला। बातचीत और संवाद के सभी रास्ते ख़त्म हो चुके थे। आख़िरकार सरदार पटेल ने निर्णायक फ़ैसला किया। उन्होंने हैदराबाद में घुसकर सैन्य कार्रवाई करने और उसे भारतीय संघ के साथ एकीकृत करने का आदेश दिया। हैदराबाद में विश्व भर में सबसे ज्यादा पोलो ग्राउंड थे इसलिए इस सैन्य कार्रवाई का नाम दिया गया-ऑपरेशन पोलो।

13 सितंबर 1948 को शुरू हुआ ऑपरेशन पोलो आख़िरकार पांच दिनों बाद 17 सितंबर की शाम को पूरा हो गया। हैदराबाद निजाम की सेना ने भारतीय जवानों के सामने हथियार डाल दिए। इस ऑपरेशन में 1373 रजाकार और हैदराबाद निजाम के 807 जवान मारे गए। भारत को भी इस कार्रवाई में अपने 66 जवानों को खोना पड़ा।

इतिहास में अन्य प्रमुख घटनाएं

– 13 सितंबर 1929- भारत के प्रसिद्ध क्रांतिकारी जतीन्द्रनाथ दास का निधन। यतींद्रनाथ लाहौर षड्यंत्र केस में भगत सिंह और अन्य क्रांतिक्रारियों के साथ गिरफ्तार हुए। जेल में क्रांतिकारियों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं होने पर यतींद्रनाथ ने भूख हड़ताल शुरू की 63वें दिन 13 सितंबर 1929 को प्राण त्याग दिए।

– 13 सितंबर 1947- प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भारत-पाकिस्तान में बसे 40 लाख हिंदु-मुसलमानों के पारस्परिक स्थानांतरण का सुझाव दिया।

– 13 सितंबर 1997- हिंदी फिल्मों के मशहूर गीतकार और शायर अंजान का निधन।

– 13 सितंबर 2008- देश की राजधानी दिल्ली में 30 मिनट के भीतर एक के बाद एक चार बम धमाके हुए। इनमें 19 लोगों की जान गयी और 90 से ज्यादा घायल हुए।

– 13 सितंबर 2007- नासा के वैज्ञानिकों ने बृहस्पति से तीन गुना बड़े ग्रह का पता लगाया।

 


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