नई दिल्ली, 10 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान की ओर से लगातार ऐसे कदम उठाये जा रहे हैं जिससे भारत के साथ तल्खी बढ़ती जा रही है। भारत के साथ व्यापार संबंध समाप्त करने के साथ की ट्रेन और बस सेवा पर रोक लगाए जाने के बाद अब शनिवार को 13 भारतीय राजनायिकों को परिवार के साथ पाकिस्तान छोड़ना पड़ा है। यह सभी अपने-अपने परिवारों के साथ वाघा की अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके अटारी सीमा से भारत लौट आए हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इन लोगों ने स्थायी या अस्थायी तौर पर पाकिस्तान को छोड़ा है। इससे पहले पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को भी पाकिस्तान ने भारत वापस जाने को कहा था।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के साथ सांस्कृतिक लेनदेन पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही समझौता एक्सप्रेस और थार एक्सप्रेस को बंद करने के ऐलान किया था। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने दिल्ली से लाहौर जाने वाले सदा-ए-सरहद बस सेवा को भी रोकने की बात कही थी पर शनिवार सुबह सदा-ए-सरहद बस को कड़ी सुरक्षा में दिल्ली से लाहौर के लिए रवाना किया गया। सुबह 8.30 बजे रवाना हुई बस में सिर्फ दो यात्री सवार थे। पाकिस्तान ने यह निर्णय भी लिया है कि वह अपने नये उच्चायुक्त मोइन उल हक को दिल्ली नहीं भेजेगा।