नई दिल्ली, 06 अप्रैल (हि.स.)। देश में कोरोना के 35 फीसदी मामले तब्लीगी जमात के सदस्यों और उससे जुड़े लोगों के कारण बढ़े हैं और यह आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में तब्लीगी जमात के कुल 1445 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अगर ऐसा न होता तो देश में कोरोना के मामले कम रफ्तार से बढ़ते। देश में कुल 4067 कोरोना के मामले सामने आए हैं जबकि अब तक इससे 109 मौतें हो चुकी हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सोमवार को बताया कि केन्द्र ने नेशनल हेल्थ मिशन से राज्यों को 1100 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। इसके अलावा राज्यों को कोरोना से निपटने और बेहतर प्रबंधन के लिए आज 3000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले 13 दिनों में भारतीय रेलवे ने 1340 वैगनों के माध्यम से चीनी, 958 वैगनों के माध्यम से नमक और 316 वैगनों/ टैंकों के माध्यम से खाद्य तेल का परिवहन किया है।
कोरोना के 76 फीसदी मरीज पुरुष
स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कुल मरीजों की जेंडर प्रोफाइलिंग की है। इसके अनुसार कोरोना के अधिकांश मरीज पुरुष हैं। मंत्रालय के अनुसार 4067 मरीजों में से 76 फीसदी मरीज पुरुष और 24 फीसदी मरीज महिलाएं हैं।
कोरोना से युवा आबादी से सबसे ज्यादा प्रभावित
कोरोना से सबसे ज्यादा युवा आबादी प्रभावित है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा किए गए अध्ययन में अब तक के कुल मामलों में 47 प्रतिशत मामले 40 वर्ष या फिर उससे कम आयुवर्ग से हैं। 34 फीसद मामले 40-60 आयुवर्ग के हैं। बाकी 19 फीसद कोरोना के मरीज बुजुर्ग हैं। हालांकि कोरोना से मरने वालों में बुजुर्ग या फिर दूसरी बीमारी से ग्रस्त लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है।