पटना, 07 अप्रैल (हि.स.)। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने बुधवार को कहा कि राज्य में शिशु स्वास्थ्य प्रतिरक्षा, टीबी और कोविड-19 की रोकथाम की दिशा में आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों के लिए विभाग ने 128 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। यह राशि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत केन्द्र मद की है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने यहां कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कोविड-19 इमरजेंसी रिस्पांस के लिए केन्द्रांश मद की 33.12 करोड़ की राशि सहायक अनुदान के मद में और शिशु स्वास्थ्य प्रतिरक्षा एवं टीबी की रोकथाम की दिशा में दवा की खरीद के लिए 94.63 करोड़ की राशि राज्य स्वास्थ्य समिति को उपलब्ध कराई गई है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए आवश्यक सामग्री की खरीद के लिए इससे पूर्व 80 करोड़ रुपये का आवंटन बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम को किया जा चुका है।
मंगल पाण्डेय ने कहा कि बाल शिशु स्वास्थ्य एवं टीबी को हराने के प्रति राज्य सरकार गंभीर है। शिशु मृत्यु दर के आंकड़े में साल दर साल कमी आ रही है। इसके बावजूद सरकार का प्रयास है कि नवजात एवं 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों में मृत्यु दर के आंकड़े को न्यूनतम किया जा सके। इसके मद्देनजर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत प्रदेश में व्यापक पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए केंद्र से मिलने वाले अनुपातिक राशि के अलावा राज्य सरकार भी ससमय राज्यांश उपलब्ध करा रही है।
उन्होंने कहा कि बाल स्वास्थ्य प्रतिरक्षा कार्यक्रम एवं टीबी रोकथाम के लिए केंद्र और राज्य के बीच 60:40 समानुपातिक भार है। साथ ही कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए मास्क पहनने से टीबी से काफी हद तक बचा जा सकता है। पाण्डेय ने राज्यवासियों से अपील किया है कि शिशु मृत्यु दर के आंकड़े को न्यूनतम करने के लिए लोग बच्चों को समय पर सभी टीके लगवाएं। राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों के लगने वाले टीके निःशुल्क उपलब्ध हैं।