नई दिल्ली, 26 मार्च (हि.स.)। भारत को अगले माह फ्रांस से 12 और फाइटर जेट राफेल मिलेंगे। इसमें तीन विमान अगले हफ्ते भारत में लैंड करेंगे। 9 अन्य राफेल विमानों के अप्रैल माह के अंत तक भारत आने की उम्मीद है। वायुसेना की एक टीम फ्रांस के बोर्डो में मेरिग्नैक एयरबेस पहुंच चुकी है जो राफेल विमानों के भारत आने की तारीख को अंतिम रूप देगी। भारतीय वायुसेना ने चीन का मुकाबला करने के लिए पश्चिम बंगाल के हासिमारा शहर में राफेल जेट की दूसरी स्क्वाड्रन बनाई है। यह स्क्वाड्रन अप्रैल से पांच राफेल विमानों की तैनाती करके शुरू की जाएगी।
वायुसेना सूत्रों के अनुसार तीन राफेल विमान अगले हफ्ते भारत में लैंड करेंगे। 9 अन्य राफेल विमानों के अप्रैल माह के अंत तक भारत आने की उम्मीद है। वायुसेना की एक टीम फ्रांस के बोर्डो में मेरिग्नैक एयरबेस पहुंच चुकी है जो राफेल विमानों के भारत आने की तारीख को राफेल बनाने वाली कंपनी डसॉल्ट एविएशन के साथ मिलकर अंतिम रूप देगी। अप्रैल माह में 12 राफेल मिलने के बाद भारत के पास 23 फाइटर जेट राफेल हो जायेंगे। वायुसेना की एक स्क्वाड्रन 16 युद्धक विमानों और पायलट ट्रेनिंग के दो विमानों से मिलकर बनती है। इस तरह राफेल के लिए अम्बाला में बनाई गई पहली 17 एरो स्क्वाड्रन 18 जेट्स मिलने के बाद पूरी हो जाएगी।
फ्रांसीसी कम्पनी से पांच राफेल जेट का पहला जत्था 29 जुलाई को अबू धाबी के पास अल ढफरा एयरबेस में एक स्टॉपओवर के बाद अंबाला एयरबेस पहुंचा था। भारतीय वायुसेना ने औपचारिक रूप से इन फाइटर जेट्स को अपने बेड़े में दस सितम्बर, 2020 को शामिल किया था। इसके बाद तीन राफेल फाइटर जेट्स का दूसरा बैच पिछले साल नवम्बर की शुरुआत में फ्रांस से सीधे गुजरात के जामनगर एयरबेस पर पहुंचा था। भारत ने इन फाइटर जेट्स को भी ऑपरेशनल करके चीन और पाकिस्तान के मोर्चों पर तैनात किया है। तीसरे बैच में तीन राफेल जेट 27 जनवरी को फ्रांस से 7000 किलोमीटर से अधिक की उड़ान पूरी करके गुजरात के जामनगर एयरबेस पर उतरे थे। उड़ान के दौरान रास्ते में तीनों फाइटर जेट को संयुक्त अरब अमीरात की वायुसेना ने हवा में ही ईंधन दिया था।
अगला महीना अप्रैल भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक सहयोग के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले भारत की यात्रा पर आएंगीं। अभी उनके भारत दौरे की तारीख फाइनल नहीं है लेकिन फ्रांसीसी रक्षा मंत्री का दौरा कई रक्षा सौदों को लेकर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उनके दौरे के समय फ्रांस के उस प्रस्ताव पर भी चर्चा हो सकती है, जिसमें फ्रांसीसी सरकार की ओर से भारत में निवेश बढ़ाने के लिए पेशकश की गई है। इसके बाद भारतीय वायुसेना के प्रमुख आरकेएस भदौरिया फ्रांस की यात्रा पर जाएंगे। फ्रांसीसी रक्षा कम्पनी डसॉल्ट एविएशन ‘मेड इन इंडिया’ के तहत भारत में 100 से अधिक राफेल लड़ाकू जेट का निर्माण करना चाहती है लेकिन भारत ने अपना इरादा जता दिया था कि सभी 36 राफेल जेट की आपूर्ति होने के बाद इस बारे में निर्णय किया जाएगा।