दूसरे राज्यों में फंसे उत्तराखंड के 1.79 लाख लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन, अबतक 23.7 हजार वापस आये
देहरादून, 09 मई (हि.स.)। कोरोना से बचाव और रोकथाम के दौरान किए गए लॉक डाउन के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे उत्तराखंड के 1.79 लाख लोगों ने अभी तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। यह जानकारी सचिव शैलेश बगोली ने आज यहां मीडिया सेंटर में पत्रकारों को दी।
उन्होंने बताया कि लॉक डाउन के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे हुए उत्तराखंड के अभी तक कुल 1 लाख 79 हजार 615 लोगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। आज शाम तक विभिन्न राज्यों से उत्तराखंड आने वाले कुल 23 हजार 794 लोग हैं। इनमें हरियाणा से 11 हजार 482, चंडीगढ़ से 4 हजार 838, उत्तर प्रदेश से 3 हजार 526, राजस्थान से 2 हजार 409, दिल्ली से 482, पंजाब से 327 गुजरात से 319 तथा अन्य राज्यों से 411 लोग हैं।
इसी तरह उत्तराखंड से अन्य राज्यों को जाने वाले जिन लोगों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है, उनकी संख्या 21 हजार 717 है। आज उत्तराखंड से अन्य राज्यों को जाने वाले कुल लोगों की संख्या 6 हजार 378 है। इनमें उत्तर प्रदेश के 4 हजार 202, राजस्थान के 901, जम्मू के लिए 472, दिल्ली के 241, हरियाणा के 153, पंजाब के 132 तथा अन्य राज्यों के 277 लोग हैं। इसके अलावा उत्तराखंड राज्य के भीतर विभिन्न जनपदों से एक दूसरे जनपदों को आने और जाने वाले भी काफी लोग हैं, जिनकी कुल संख्या 34 हजार 886 है।
अगले 3 दिनों की कार्ययोजना के बारे में उन्होंने जानकारी दी कि 9 से 15 मई के बीच उत्तर प्रदेश से कुल 9300 व्यक्तियों को आने के लिए पास जारी किए गए हैं, जबकि 11 मई को पटियाला से हरिद्वार के लिए 173 व्यक्तियों का आना प्रस्तावित है। 10 मई को मध्य प्रदेश से उत्तराखंड आने के लिए 167 लोगों को ई-पास जारी किए गए हैं। 10 मई को फरीदकोट (पंजाब) से 290 लोगों का आना प्रस्तावित है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि फिलहाल रोजाना औसतन 100 से 125 बसें इस कार्य के लिए चल रही हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने भी आने के लिए पंजीकरण कराया है, उन सभी को लाने के लिए राज्य सरकार व्यवस्थाएं कर रही हैं। इसमें मेडिकल जांच, शारीरिक दूरी, एकांतवास आदि तमाम तरह की सावधानियां भी बरतनी हैं।
इसके अलावा कर्नाटक गुजरात महाराष्ट्र, केरल और तेलंगाना आदि राज्यों में फंसे हुए उत्तराखंड के व्यक्तियों को रेल से लाने के लिए प्रक्रिया गतिमान है। इनमें प्रमुख शहरों में सूरत, अहमदाबाद, पुणे और बेंगलुरू आदि हैं। आज राजस्थान से ट्रेन के लिए बात कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि रेलवे से आने वाले सभी लोगों के रेल किराए का भुगतान उत्तराखंड सरकार करेगी। इस क्रम में आज रेलवे के पास 50 हजार रुपये एडवांस जमा करा दिए गए हैं। सरकार ने रेलवे से अभी तक 8 रैक (8 ट्रेन) चलाने का अनुरोध किया है। फिलहाल ये ट्रेनें कब और कहां से रवाना होंगी, अभी वो तारीखें तय नहीं हैं। सिर्फ 11 मई को बेंगलुरू से ट्रेन रवाना होने के संकेत रेलवे की ओर से मिले हैं। जल्द ही रेल मंत्रालय और संबंधित राज्य सरकार से समन्वय कर ट्रेन से प्रवासियों को लाने का भी टाइमटेबल बना दिया जाएगा। जैसे ही तिथि तय हो जाएगी, संबंधित प्रवासियों को एकमुश्त एसएमएस के माध्यम से सूचित कर दिया जाएगा।
इस अवसर पर निदेशक (एनएचएम) युगल किशोर पंत ने बताया कि कोरोना के संबंध में आज 221 सैम्पल की रिपोर्ट आई है। इनमें से 4 पाॅजिटिव केस हैं। ये चारों लोग उधमसिंह नगर की सीमा पर पुलिस द्वारा पकड़े गए थे। पकड़ते ही उन्हें संस्थागत एकांतवास में रखा गया था। इनमें 2 महाराष्ट्र, 1 गुजरात व 1 हरियाणा से आ रहे थे। पंत ने बताया कि राज्य में पाॅजिटिव केस की दर 0.76 प्रतिशत है। रिकवरी रेट 69 प्रतिशत है जो कि राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। हमारे यहां औसत रिकवरी टाइम 16 दिन है। हमारी मृत्यु दर 1.49 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय दर 3.32 है। आज 4 पाॅजिटिव केस आने से हमारा डबलिंग रेट 38 दिन है जबकि देश का डबलिंग रेट 10.9 है।