​135 भारतीय​ सैनिकों को मिले ​संयुक्त राष्ट्र पदक दक्षिण सूडान में ​

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भारत के इन जवानों ने ​​​दक्षिण सूडान​ में ​सांप्रदायिक हिंसा से ग्रस्त ​घटनाओं को काबू किया
 ​संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में सैन्य योगदान देने वाले सबसे बड़े देशों में शुमार ​​भारत​ ​



नई दिल्ली, 15 जून (हि.स.)। ​​​​दक्षिण सूडान में​​ संयुक्त राष्ट्र मिशन (यूएनएमआईएसएस) में तैनात 13​5​ भारतीय शांति सैनिकों को उनके ​’उत्कृष्ट प्रदर्शन​’​ के लिए ​​संयुक्त राष्ट्र पदक से सम्मानित किया गया है।​ ​​​संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में सैन्य योगदान देने वाले सबसे बड़े देशों में से भारत​ ​एक है।​ भारत के इन जवानों ने ​दक्षिण सूडान​ के ​जोंगलेई राज्य और ग्रेटर पिबोर प्रशासनिक क्षेत्र में​ अक्सर ​होने वाली सांप्रदायिक हिंसा से ग्रस्त ​घटनाओं को काबू किया है। इसके अलावा मिशन में सेवारत 103 श्रीलंकाई शांति सैनिकों को भी उनकी सेवा के लिए सम्मानित किया गया है।  ​​  ​
 
दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने सोमवार को ट्वीट करके जानकारी दी है कि दक्षिण सूडान में स्थित और यूएनएमआईएसएस के साथ काम कर रहे भारत के 135 शांति सैनिकों को जोंगलेई राज्य और ग्रेटर पिबोर प्रशासनिक क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए संयुक्त राष्ट्र पदक से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा मिशन में सेवारत 103 श्रीलंकाई शांति सैनिकों को भी उनकी सेवा के लिए सम्मानित किया गया है। दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन के साथ सेवा कर रहे भारतीय और श्रीलंकाई शांति सैनिकों को उनके संयुक्त राष्ट्र सेना कमांडर ने सलामी दी। उन्होंने 135 भारतीय और 103 श्रीलंकाई ब्लू बेरेट्स के सीने पर पदक भी लगाए।​ 
 
भारतीय सैनिक दक्षिण सूडान ​के बोर, पिबोर और अकोबो में एक अस्थायी संचालन अड्डे पर तैनात हैं और वे पशु चिकित्सा शिविर जैसे नागरिक-सैन्य सहयोग सहित कई तरह की गतिविधियों में लगे हुए हैं। उन्होंने ​​जोंगलेई राज्य और ग्रेटर पिबोर प्रशासनिक क्षेत्र में​ अक्सर ​होने वाली सांप्रदायिक हिंसा से ग्रस्त ​घटनाओं को काबू किया है। ​इसके अलावा ​बाढ़ ​से उत्पन्न हालातों के बीच हजारों लोगों के विस्थापन ​में भी अहम भूमिका निभाई है​ ​इस मौके पर सेक्टर ईस्ट कमांडर ब्रिगेडियर जनरल दीपक कुमार बनिया ने संयुक्त राष्ट्र पदक से सम्मानित ​होने वाले सभी सैन्य कर्मियों ​से इसी तरह शांति​ कार्यों में लगे रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा​ कि ​शांति की कीमत कभी-कभी बहुत अधिक होती है​ क्योंकि दुनिया भर ​के कुल 49 शांति अभियानों में भारत ​के बहादुर 157 ​जवानों ने अपनी जान ​भी गंवाई है​​
 
शांति मिशन के फोर्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल शैलेश तिनिकर ने इस चुनौतीपूर्ण माहौल में यूएनएमआईएसएस के जनादेश को पूरा करने में योगदान के लिए इन सभी अधिकारियों को हार्दिक बधाई भी दी।​​​ फोर्स कमांडर तिनिकर ने ​​श्रीलंकाई विमानन इकाई ​के जवानों​ की सराहना ​करते हुए कहा कि आप सबसे कठिन परिस्थितियों में उड़े हैं।​ ​देश के इस हिस्से में आपके दो हेलीकॉप्टरों को मार गिराया गया है, लेकिन आपने कभी भी अपने महत्वपूर्ण कार्य को जारी रखने से नहीं रोका। आप उतने ही बहादुर और प्रतिबद्ध हैं जितने कि आप अपने देश के पायलटों से उम्मीद करते हैं।​ तिनाइकर ने उनके साहस और सेवा के लिए श्रीलंकाई विमानन इकाई की भी सराहना की। ​​
 
संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में अबेई, साइप्रस, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, लेबनान, मध्य पूर्व, सोमालिया, दक्षिण सूडान और पश्चिमी सहारा ​के शांति अभियानों में 5,500 से अधिक भारतीय सैन्य और पुलिस कर्मी काम कर रहे हैं।​ ​मार्च​,​ 2021 तक दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन में कुल 19,075 कर्मी तैनात हैं।
 

 


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