हर घर को 24 घंटे नल से साफ पानी देने के लिए दिल्ली सरकार प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री
नई दिल्ली, 25 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के हर घर को 24 घंटे नल से साफ पानी देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसी के तहत उन्होंने आज अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक की। जिसमें मानसून के दौरान यमुना में आने वाले अतिरिक्त जल को स्टोर करने और उसे शुद्ध कर लोगों के घर तक पहुंचाने की योजना बनी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को पायलट आधार पर वजीराबाद जलाशय के ऊपरी छोर पर 459 एकड़ का कैचमेंट वेटलैंड जलाशय बनाने और 20 एकड़ का ऑफ रिवर मिनी जलाशय बनाने की दिशा में आगे बढ़ने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार की योजना है कि मानसून के दौरान यमुना में आने वाले अतिरिक्त पानी को जलाशयों में स्टोर किया जाए और उसे शुद्ध कर लोगों के घर तक पहुंचाया जाए। हमारी यह रणनीति सफल होती है, तो ऐसे और जलाशय बनाए जाएंगे, ताकि मानूसन के दौरान यमुना में आने वाले अतिरिक्त पानी को स्टोर कर उसका इस्तेमाल पीने के लिए किया जा सके।
दो प्रस्तावों पर आगे बढ़ने की सहमति बनी
इस दौरान दो प्रस्तावों पर आगे बढ़ने की सहमति बनी है। पहला, यमुना नदी के पश्चिमी तट पर स्थित वजीराबाद जलाशय के ऊपरी छोर पर पायलट आधार पर 459 एकड़ का कैचमेंट वेटलैंड जलाशय बनाने की रणनीति बनी। इस जलाशय में मानसून का करीब 1735 एमजी पानी को स्टोर किया जा सकेगा। दूसरा, 20 एकड़ का ऑफ रिवर मिनी जलाशय बनाने पर विचार किया गया, जिसकी गहराई 10 मीटर तक होगी और यहां करीब 223 एमजी मानसून का पानी का स्टोर हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने इन दोनों प्रस्तावों पर विचार-विमर्श करने के उपरांत संबंधित अधिकारियों को आगे की कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए, ताकि इस पर जल्द से जल्द काम शुरू हो सके। सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली सरकार सभी दिल्लीवासियों को 24 घंटे स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
पेयजल क्षमता बढ़ाने के लिए तीन रणनीति पर काम प्रस्तावित
दिल्ली सरकार द्वारा यमुना के करीब 32203 एमजी मानसून के पानी को स्टोर करने के लिए तीन रणनीति प्रस्तावित की गई है। पहला, 200 एकड़ के 20 कैचमेंट वेटलैंड भंडारण जलाशय बनाए जाएंगे और सभी जलाशयों की गहराई दो मीटर होगी, जहां 8552 एमजी मानसून का पानी स्टोर किया जा सकेगा।
दूसरा, वजीराबाद जलाशय के एक हजार एकड़ एरिया में तालाब का विस्तार किया जाएगा। इसकी गहराई दो मीटर होगी और यहां पर 2138 एमजी मानसून के पानी का भंडार हो सकेगा। वहीं तीसरे प्रस्ताव के तहत, 100 एकड़ के 20 ऑफ रिवर मिनी जलाशय बनाए जाएंगे। सभी जलाशयों की गहराई 10 मीटर रखी जाएगी, जहां करीब 21381 एमजी मानसून के पानी का भंडारण हो सकेगा। इन तीन रणनीतियों के अलावा, मौजूदा तालाब की दो मीटर की गहराई तक सिल्ट (गाद) निकाली जाएगी। इससे 132 एमजी पानी का अतिरिक्त भंडारण हो सकेगा।