हरियाणा के आठ लाख किसानों को पांच मार्च तक मिलेगा मुआवजा
महम के विधायक ने मुआवजा नहीं मिलने पर किया हंगामा
सीएम ने संभाला मोर्चा, बोले विपक्ष किसानों को न करे गुमराह
चंडीगढ़, 3 मार्च (हि.स.)। हरियाणा में ओलावृष्टि तथा बेमौसमी बारिश से हुए फसलों के नुकसान पर मुआवजा दिए जाने को लेकर गुरुवार को सदन में हंगामा हुआ। महम के विधायक के बलराज कुंडू ने यह मुद्दा उठाया तो कांग्रेस ने भी उनका समर्थन किया। इसके चलते खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मोर्चा संभाला और सरकार की स्थिति स्पष्ट की।
सदन में प्रश्नकाल के दौरान बलराज कुंडू ने 2021 में बारिश व जलभराव से हुए फसलों के नुकसान तथा सरकार की मुआवजा नीति में भेदभाव का मुद्दा उठाया। इस मुद्दे पर कुंडू अंत तक सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। कुंडू के सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि खरीफ 2021 के लिए करनाल, पलवल, नूंह, गुरुग्राम, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, चरखी-दादरी, भिवानी, रोहतक, सोनीपत तथा झज्जर जिलों के किसानों को 5 अरब 61 करोड़ 11 लाख 57 हजार 44 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है।
28 फरवरी तक नौ लाख 14 हजार 139 किसानों में से 24 हजार 320 किसानों को उनके बैंक खातों में मुआवजा राशि जारी की जा चुकी है। डिप्टी सीएम ने बताया कि अभी तक आठ लाख 89 हजार 819 किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया है। इस संबंध में जिला उपायुक्तों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वह पांच मार्च तक सभी किसानों के खातों में पैसा ट्रांसफर करें।
सरकार के इस जवाब से असंतुष्ट कुंडू ने कहा कि फसलों का अधिक नुकसान हुआ है और मुआवजा देते समय उन्हें कम दिखाया गया है। कुंडू ने अपने हलके का उदाहरण देते हुए गांवों की संख्या में हेरफेर का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में आज भी किसान अगली फसल की बुआई नहीं कर सके हैं। उन्होंने सदन में एसडीएम की रिपोर्ट को लहराते हुए कहा कि सरकार द्वारा पेश की गई जानकारी में तथ्यों का अभाव है। डिप्टी सीएम कुंडू के सवालों का जवाब दे ही रहे थे कि वह उनके पास पहुंच गए और रिपोर्ट की कॉपी थमाई।
कुंडू के साथ कांग्रेस की शकुंतला खटक, किरण चौधरी तथा भारत भूषण बत्तरा ने भी सरकार की मुआवजा वितरण नीति पर सवाल उठाने शुरू किए। जिस पर स्पीकर ने आपत्ति जताई। इस बीच हंगामा बढ़ता देख मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मोर्चा संभाला और बताया कि रबी 2021-22 की गिरदावरी अभी जारी है। इसका मुआवजा बाद में दिया जाएगा। वर्तमान में जो मुआवजा दिया जा रहा है, वह खरीफ 2020-21 का है। इसी के आधार पर विपक्ष प्रदेश के किसानों में भ्रम फैला रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ जिलों में ओलावृष्टि के कारण रबी 2021-22 की फसलों के नुकसान की विशेष गिरदावरी का कार्य पहली मार्च से आरम्भ कर दिया गया है। रबी फसलों की जनरल गिरदावरी का कार्य 28 फरवरी तक किया जाता है। हाल ही में 25-26 फरवरी को ओलावृष्टि हुई है, इसलिए यह विशेष गिरदावरी मार्च में की जाएगी। उन्होंने कहा कि जैसे ही विशेष गिरदावरी पूरी हो जाएगी, मुआवजा सीधा किसानों के खातों में डाल दिया जाएगा।