सीजीएचएस की तर्ज पर रेल कर्मियों को मिलेगा स्मार्ट स्वास्थ्य कार्ड
नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। रेल मंत्रालय के 13 लाख मौजूदा कर्मचारियों के अलावा सेवानिवृत्त कर्मचारियों को स्मार्ट स्वास्थ्य कार्ड दिया जाएगा। यह वर्तमान में प्रचलित कागज की छोटी डायरी नुमा कार्ड का स्थान लेगा। रेल बोर्ड ने स्वास्थ्य कार्ड में एकरूपता लाने के लिए इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। इसके अनुसार कागज के स्थान पर अब प्लास्टिक से बना कार्ड प्रचलन में आएगा। यह कार्ड दिखने में बैंक के डेबिट-क्रेडिट अथवा एटीएम कार्ड जैसा होगा। नए कार्ड में चिप भी लगा होगा, जिसमें कर्मचारी का नाम, एम्प्लाई कोड, पीएफ नंबर सहित सभी जानकारी दर्ज होंगी। कार्ड पर पूरे भारत के लिए एक विशिष्ट नंबर अंकित होगा। इसके आधार पर देश के किसी भी अस्पताल में उपचार कराया जा सकेगा। मौजूदा कर्मचारी, सेवानिवृत्त और कर्मचारियों के आश्रितों का वर्गीकरण और कार्ड देखने भर से तुरंत पहचान के लिए कार्ड पर अलग-अलग रंगों की पट्टी होगी। इस अलग रंग की पट्टी से कार्ड की श्रेणी पता लगेगी। ऐसे में यह कर्मचारी और उसके परिवार अथवा सेवानिवृत्त कर्मचारी सभी के लिए व्यक्तिगत कार्ड जारी किया जाएगा। केंद्रीय सरकारी स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के तहत लाभार्थियों के लिए भी इसी प्रकार का चिप वाला प्लास्टिक का स्मार्ट कार्ड प्रचलन में है। कागज के स्थान पर प्लास्टिक का स्वास्थ्य कार्ड होने से कर्मचारी इसे हमेशा अपने पर्स में रख सकेंगे। उसके आश्रितों का भी अलग-अलग कार्ड होगा इससे उनके पास भी हमेशा उनका स्वास्थ्य कार्ड रहेगा। उल्लेखनीय है कि मौजूदा स्वास्थ्य कार्ड में कर्मचारी के साथ-साथ उसके आश्रितों का भी नाम दर्ज होता है।