सीएम कमलनाथ के गृह जिले में कर्ज से परेशान किसान ने की आत्महत्या
छिंदवाड़ा, 25 अप्रैल (हि.स.)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा के ग्राम मेघासिवनी में गुरुवार को कर्ज से परेशान आदिवासी किसान ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद किसान के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। किसान की पत्नी रो-रोकर बता रही है कि डेढ़ लाख का कर्जा उसके पति पर था, जिसके कारण मानसिक टेंशन के कारण फांसी पर झूल गया। किसान की पत्नी बताती है कि उसका पति सीधा-साधा था, उसे किसी से कोई मतलब नहीं था। उसे कर्ज़ के कारण मानसिक टेंशन थी, उसने अपने पति को समझाया भी था कि सब ठीक हो जाएगा।
छिंदवाड़ा जिला मुख्यालय से लगे ग्राम मेघासिवनी में गुरुवार को सुबह 55 वर्षीय आदिवासी किसान अकड़ू उइके का शव गांव में पेड़ पर लटका मिला। सूचना के बाद पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे, पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है। बताया जा रहा है कि किसान पर कर्ज़ का भारी मानसिक टेंशन था। हालांकि एसपी मनोज कुमार राय इस मामले में अभी खुलासा नहीं कर रहे हैं, लेकिन घटना के बाद तरह-तरह के वीडियो और लेख वायरल किए जा रहे हैं। सीधे तौर पर कहा जाए तो अब इस मामले में राजनीति शुरू हो गई है। एक पक्ष मृतक किसान की पत्नी के बयान अनुसार मौत को कर्ज़ के कारण होना बता रहा है तो वहीं दूसरा पक्ष इस मामले में पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है। वहीं, पुलिस निष्पक्ष जांच कर सही खुलासा करने की बात कर रही है।
बता दें कि बुधवार को भी कर्ज से परेशान एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी। खंडवा जिले के एक गांव में किसान ने खेत में जाकर जहर पी लिया था, जिससे उसक मौत हो गई थी। एक तरफ प्रदेश सरकार किसानों का कर्जा माफ करने का ठिंठोरा पीट रही है, तो दूसरी तरफ किसान कर्ज से परेशान होकर आत्मघाती कदम उठा रहे हैं। दो दिन में किसान आत्महत्या का यह लगातार दूसरा मामला है।