साध्वी प्रज्ञा का एक और विवादित बयान, नाम लिये बगैर दिग्विजय को बताया आतंकी
कांग्रेस करेगी निर्वाचन आयोग में शिकायत
भोपाल, 25 अप्रैल (हि.स.)। मध्यप्रदेश की हाईप्रोफाइल लोकसभा सीट भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपने विवादित बयानों को लेकर खूब सुर्खियां बटोर रही हैं। गुरुवार को उन्होंने फिर एक विवादित बयान दिया है, जिसमें उन्होंने अपने विपक्षी दल के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को बिना नाम लिये आंतकवादी बता दिया। इस मामले में कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से शिकायत करने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने साध्वी प्रज्ञा सिंह को भोपाल लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया था, तभी वे अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। पहले उन्होंने मुम्बई हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ रहे हेमंत करकरे को लेकर विवादित बयान दिया था। इसके बाद उन्होंने राममंदिर बनाने और बाबरी ढांचा गिराने को लेकर दिये बयान को लेकर भी खूब सुर्खियां बटोरीं। अब उन्होंने दिग्विजय सिंह को लेकर विवादित बयान दे दिया है। भोपाल लोकसभा क्षेत्र के सीहोर जिले में उन्होंने गुरुवार को अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते समय दिग्विजय सिंह का नाम लिए बिना ही कहा कि उन्होंने यहां से लोगों का रोजगार छीन लिया। यहां फैक्ट्री बंद कर दी, गन्ना फैक्ट्री, तेल मिल समेत कई कारोबार खत्म कर दिये। उन्होंने बेरोजगारी को बढ़ावा दिया है। ये सब हमने खुद भोगा है। अब फिर से इस आतंकी का समापन करने के लिए एक सन्यासी को उसके सामने खड़ा होना पड़ा है। उन्होंने कहा कि 2003 में उमा दीदी (उमा भारती) ने हराया था। 16 साल से ये मुंह नहीं उठा पाया था और अब फिर से उठ आया है तो अब एक बार फिर सन्यासी सामने आ गई है। अब समापन होगा तो ये उठ नहीं पाएगा।
इस मामले में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा का बयान आपत्तिजनक है। उन्होंने इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि पार्टी इसकी निर्वाचन आयोग से शिकायत करेगी। दिग्विजय सिंह दस साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं और वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं। इस तरह की बयानबाजी के खिलाफ हम चुनाव आयोग जाएंगे।