सातवें चरण में 60.21 फीसदी मतदान, हिंसा में एक की मौत, अब 23 मई का इंतजार
नई दिल्ली, 19 मई (हि.स.)।आम चुनाव के मतदान का आखिरी सातवां चरण रविवार को पूरा हो गया। निर्वाचन आयोग ने कहा, सातों चरण में देशभर की 542 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ।
मतदान का पहला चरण 11 अप्रैल को खत्म हुआ। इसके बाद 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को वोट पड़े। रविवार सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक कुल मतदान 60.21 फीसद दर्ज हुआ। आयोग के मुताबिक बिहार में 49.92, हिमाचल प्रदेश में 66.18, मध्य प्रदेश में 69.38, पंजाब में 58.81, उत्तर प्रदेश में 54.37, पश्चिम बंगाल में 73.3, झारखंड में 70.5 और चंडीगढ़ में 63.57 फीसदी वोटिंग हुई। इन सातों चरण में सबसे ज्यादा चुनाव हिंसा पश्चिम बंगाल में हुई।
सातवां चरण भी इससे अछूता नहीं रहा। आखिरी चरण में पंजाब में हुई चुनाव हिंसा में एक व्यक्ति की जान चली गई। लोकतंत्र का यह महापर्व पश्चिम बंगाल में बमबारी, आगजनी, पथराव, गोलीबारी और लाठीचार्ज के नाम रहा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस ने एक-दूसरे पर आरोप मढ़े। आखिरी चरण में हिंसा के बावजूद पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक मतदान फीसद 73.3 पर रहा। लोगों ने बेखौफ होकर सतरहवीं लोकसभा के गठन के लिए शुरू प्रक्रिया में हिस्सा लिया।
देश के आठ राज्यों की 59 सीटों के लिए रविवार सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान हुआ। इनमें उत्तर प्रदेश की 13, पंजाब की 13, पश्चिम बंगाल की नौ, बिहार की आठ, मध्य प्रदेश की आठ, हिमाचल प्रदेश की चार, झारखंड की तीन और चंडीगढ़ सीट शामिल है। इस दौरान ईवीएम में खराबी और मतदान के बहिष्कार की भी घटनाएं हुईं। रविवार को मतदाताओं का काम खत्म हो गया। अब ईवीएम की बारी है। 23 मई को ईवीएम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित तमाम दिग्गजों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरी बार भी अपना निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी को ही चुना है। उनकी जीत तय मानी जा रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेठी से किस्मत आजमाई। उन्हें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दांतों चने चबवा दिए। इस बार रायबरेली सोनिया गांधी को पलकों पर बैठाती है या नहीं, यह मतगणना से साफ होगा।