सांसद के भाई पर चली गोली, आरोपी ने कहा उसे फंसाने की है साजिश
पूर्णिया (हि.स.) ।
पूर्णिया में गुरुवार को दिन दहाड़े सहायक खजांची हाट थाना के बाड़ीहाट में जदयू सांसद संतोष कुशवाहा के मामा के घर पर एक पक्ष द्वारा फायरिंग की गई। उस वक्त सांसद संतोष कुशवाहा के बड़े भाई शंकर कुशवाहा भी वहीं मौजूद थे | शंकर कुशवाहा ने बताया कि मुझ पर भी फायरिंग हुई और मैं बाल-बाल बच गया । अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी | हालांकि इस घटना में शंकर कुशवाहा बाल बाल बच गए किंतु घटना की खबर फैलते ही स्थानीय लोग काफी उग्र हो गए और तीन अपराधियों को पकड़कर स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया | इस दरमियान पब्लिक ने बदमाशों के 3 बाइक एक स्कॉर्पियो को भी निशाना बनाते हुए जमकर तोड़फोड़ की । वे पुलिस प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे थे | लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की | शंकर कुशवाहा ने कहा कि उनकी मामी घर में अकेली थी तभी लगभग बीस की संख्या में अपराधी आये और हथियार लहराते हुए डराने की कोशिश की लेकिन उनकी मामी ने बचने के लिए अपने आप को बाथरूम में बंद कर लिया । वहीं से रिश्तेदारों को फोन किया और जब स्थानीय लोग जुटे तो बिट्टू सिंह एवं उनके साथी ने फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की इसमें पब्लिक ने तीन को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया ।वहीं घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी समेत भारी संख्या में पुलिस पहुंचकर लोगो को समझाने की कोशिश की और साथ ही कार्रवाई का भरोसा दिया | घटना के बारे में बताया जा रहा है कि कुछ जमीन को लेकर दोनों पक्ष में विवाद चल रहा है | दूसरा पक्ष बिट्टू सिंह ने कहा कि जमीन मामले में हम लोग बैठ कर बात कर रहे थे और इसी बीच फोन करके शंकर कुशवाहा नीलू पटेल इत्यादि सहित 20 से 25 आदमी आ गए और हम लोगों को पकड़ कर धमकाने लगे ।हम लोगों ने जब विरोध किया तो सभी लोग मिलकर हम लोगों को मारने पीटने लगे हम लोग भागने लगे तो उन लोगों ने मिलकर गाड़ी को चकनाचूर कर दिया | बहुत सारे लोगों ने मिलकर हमारे साथ आए कई लोगों को बुरी तरह पीटा जिसमें 2 लोग जिसमें एक मिट्ठू कुमार पिता अशोक सिंह आवास बोर्ड का रहने वाला तथा दूसरा नुरुल खान पिता बदरुल खान आवास ओली टोला का रहने वाला है।मोहल्ले वासियों का कहना है कि बिट्टू सिंह नामक अपराधी यहां आया और कई फायरिंग किया जिसमें कई लोग बाल-बाल बच गए ।उन लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि फोन करने के 1 घंटे बाद पुलिस यहां पहुंची। घटनास्थल से पुलिस को 5 बाइक व एक स्कॉर्पियो मिला जो विपक्षी लोग छोड़ कर भागे दो बाइक तथा स्कॉर्पियो जो काले रंग की है ।गाड़ी मालिक का नाम आशीष चांद बताया जा रहा है जो रुपौली के भिखना बहदुरा का रहने वाला है ।पुलिस को घटनास्थल से गोलियों के खोखे भी मिले हैं।इस मामले में पुलिस का कहना है की सारे चीजों की जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी ।फिलहाल घटनास्थल और उस मोहल्ले में भारी मात्रा में महिला और पुरुष पुलिस बल तैनात है ।लगातार विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और लोगों का आना जाना जारी है।
इधर बिट्टू सिंह द्वारा प्रेस रिलीसने लिखा है कहा गया कि मेरे द्वारा कोई भी फायरिंग नहीं की गई है। बाड़ीहाट में जो घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि मैं गया था और मेरे लोग गए थे और हम लोगों ने वहां घटना को अंजाम दिया है यह सरासर झूठ है ।दरअसल यह मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है ।लखन विश्वास जो एक मकान में रहते हैं वह मकान उनका कब्जा किया हुआ है तथा 13 कट्ठे के जमीन में वह मकान बना हुआ है । मकान मालिक बरसों से बाहर रहते हैं और बरसों से इस मकान पर यह लोग कब्जा किए हुए हैं ।इस मकान के मालिक ने ओली टोला के रहने वाले नुरुल खान को जमीन दे दिया है और उन्हें एग्रीमेंट की है ।इससे पहले भी लखन विश्वास से दो बार पंचायत हुई है ।आज तीसरी बार पंचायत थी। बात यहां तक पहुंच गई थी कि पैसे का आपस में लेनदेन करके सेटलमेंट कर लिया जाएगा ।बीते दोनों -तीनों पंचायत में मेरा भाई वहां मौजूद था ।आज भी मेरा भाई वहां था। मुझे अचानक फोन आया कि मेरे भाई सहित कई लोगों को बंधक बना लिया गया है तथा उसे पीटा जा रहा है ।मैं हाल फिलहाल ही जेल से छूटा हूं ।अपनी जान की सुरक्षा के लिए अपने साथ सुरक्षा गार्ड रखता हूं ।मुझे जब पता चला तो मैं घटनास्थल पर पहुंचा और भीड़ से अपने भाई को छुड़ाकर निकल गया। मेरे द्वारा किसी भी प्रकार की फायरिंग नहीं की गई है ।वहां सीसीटीवी फुटेज है जिससे पुलिस या कोई भी सारी जानकारी ले सकते हैं ।मैं वहां नहीं पहुंचता तो मेरे भाई की हत्या हो सकती थी। वहां एक मूवमेंट बनाकर पंचायत में बैठे लोगों पर आक्रमण कर पिटाई की गई जिसमें 2 लोग की जान खतरे में है ।मेरे भाई की भी हत्या करने की साजिश हुई है ।वहां पर गोली के खोखे उन लोगों द्वारा फेंके गए हैं जो मुझे फंसाने की एक बारी साजिश है।