सांसद अजमल के विरुद्ध राज्यभर में उबाल
गुवाहाटी, 27 दिसम्बर (हि.स.)। आल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रमुख व धुबड़ी के सांसद मौलाना अजमल के विरुद्ध गुरुवार को पूरे राज्य में पत्रकारों के साथ स्थानीय संगठनों के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतर आए। विरोध प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों ने 24 घंटे की समय सीमा देते हुए बिना शर्त मौलाना को पत्रकार से माफी मांगने की मांग की है। सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने सांसद के कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की है।
राजधानी दिसपुर में एआईयूडीएफ के प्रमुख मौलाना बदरुद्दीन अजमल के खिलाफ यूनाइटेड टेलीविजन मीडिया एसोसिएशन असम और जर्नलिस्ट फेडरेशन ऑफ असम के कार्यकर्ता मुंह पर काला कपड़ा बांध कर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार की घटना को लेकर पूरे असम में भारी प्रतिक्रिया देखी जा रही है। असम के विभिन्न संगठनों ने मौलाना द्वारा असंसदीय भाषा का प्रयोग करने व जान से मारने की धमकी देने के प्रति गहरा असंतोष देखा जा रहा है। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में पत्रकारों के साथ ही स्थानीय दल व संगठनों के प्रतिनिधि भी सड़क किनारे बैठकर विरोध प्रदर्शन करते हुए अजमल को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।
इस बीच सांसद अजमल ने गुरुवार को ट्विटर के जरिए कल की घटना पर माफी मांगी है। उन्होंने लिखा है कि मानकचार की घटना अनिच्छाकृत और आकस्मिक थी। इसके लिए मैं दुखी और मर्माहत हूं। साथ ही उन्होंने लिखा है कि पत्रकार पर हमले की घटना को लेकर मैं दुखी हूं। देश के चौथे स्तंभ के प्रति मेरे दिल में अगाध श्रद्धा है। यह बात राज्यवासी भली-भांति जानते हैं। अजमल के ट्विटर के जरिए माफी के संबंध में पत्रकारों का कहना है कि वे सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को एआईयूडीएफ के अध्यक्ष व सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल दक्षिण सालमाना-मनकाचार जिले के हाटसिगिंमारी में पंचायत चुनाव में जीत कर आए अपने पार्टी के सदस्यों को सम्मानित करने के लिए एक समारोह का आयोजन किया था। इस दौरान उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन का भी आयोजन किया था। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में जीत कर आए पार्टी के प्रतिनिधि गांव की भलाई के लिए काम करें। भ्रष्टाचार में शामिल न हों। एआईयूडीएफ के प्रमुख ने कहा कि हमारी पार्टी केंद्र में महागठबंधन के साथ है। असम में कांग्रेस के साथ हमारी पार्टी का कोई संबंध नहीं है। इस पर मैं कुछ नहीं कहूंगा। इस बीच एक पत्रकार ने पूछा कि क्या केंद्र में भाजपा आएगी तो आपकी पार्टी भाजपा के साथ और कांग्रेस की सत्ता आएगी तो कांग्रेस साथ चली जाएगी।
इस सवाल पर एआईयूडीएफ के प्रमुख व सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल बुरी तरह से भड़क गए। आग बबूला होते हुए उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा सवाल किया अपने। आप मुझे कितने करोड़ दोगे। उसके बाद वे पत्रकार को बेईमान की औलाद कहते हुए गाली देने लगे। उन्होंने कहा कि इस तरह के पत्रकार की वजह से ही पूरे पत्रकार बदनाम हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने अन्य पत्रकारों को कहा कि आप लोग के बारे में मैं ऐसा नहीं बोल रहा हूं।
इसके बाद दोबारा उन्होंने पत्रकार को बेईमान और कुत्ते की औलाद कहा। अजमल इतने पर भी नहीं रुके। पत्रकार को गाली देते हुए डायस पर लगे सभी न्यूज चैनेलों के माइक को उठाकर फेंक दिया। इसके साथ ही एक माइक को लेकर पत्रकार पर हमला करने के लिए उतारू हो गए। मौके पर मौजूद हजारों की संख्या में अपने समर्थकों की ओर इशारा करते हुए धमकी दी कि ये सभी उसको खत्म कर देंगे। इस दौरान पत्रकार से जबरन उक्त सवाल के लिए माफी मंगवाई गई। संवाददाता सम्मेलन से बाहर आने के बाद पत्रकार ने थाने पहुंचकर अजमल के विरुद्ध जान से मारने की धमकी देने का एक मामला दर्ज कराया।