सांगठनिक बैठक में ममता के फैसले से खुश नहीं हैं अभिषेक, फिर हो सकती है दो फाड़
कोलकाता, 08 मार्च (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा मंगलवार को नज़रुल मंच में हुई सांगठनिक बैठक के फैसले से उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी नाराज बताए जा रहे हैं। हालांकि पार्टी के किसी भी नेता ने आधिकारिक तौर पर इस बारे में कुछ नहीं कहा है लेकिन अभिषेक के करीबी सूत्रों ने बताया है कि पार्टी में एक व्यक्ति एक पद की उनकी महत्वकांक्षी मांग के बावजूद मंगलवार को इसके विपरीत फैसले लिए गए हैं।
फिरहाद हकीम जो इस मांग को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किए थे और कहा था कि एक व्यक्ति एक पद का समर्थन पार्टी नहीं करती है। उन्हीं को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपी है। वह राज्य के परिवहन मंत्री तो पहले से हैं, साथ ही उन्हें नगरपालिका और शहरी विकास विभाग की भी जिम्मेवारी सौंप दी गई है। चंद्रिमा भट्टाचार्य को भी वित्त विभाग का स्वतंत्र मंत्री बनाया गया है।
अब सूत्रों ने बताया है कि अपनी महत्वकांक्षी मांग के विपरीत मुख्यमंत्री के फैसले से अभिषेक एक बार फिर नाराज बताए जा रहे हैं। इसके पहले भी जब पार्टी ने इस बाबत ठोस कदम नहीं उठाए थे तो यहां तक खबर आई थी कि वह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा दे सकते हैं। बाद में ममता बनर्जी ने आपातकालीन बैठक कर उन्हें समझाया बुझाया था। हालांकि पार्टी में एक व्यक्ति एक पद को लेकर ममता ने बहुत कुछ उनसे नहीं कहा था इसलिए वह भी इस उम्मीद में थे कि अगली सांगठनिक बैठक में उनकी मांग के अनुरूप फैसले होंगे लेकिन इसके विपरीत फैसले से वह एक बार फिर नाराज बताए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही अभिषेक बनर्जी और ममता बनर्जी के बीच तृणमूल कांग्रेस दो फाड़ हो गई थी और कुछ नेता अभिषेक का समर्थन कर रहे थे तो कुछ ममता का।