सरकार ने की डीडी विज्ञान और भारत विज्ञान पहल की शुरुआत
नई दिल्ली, 15 जनवरी (हि.स.)। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी(डीएसटी) ने दूरदर्शन(डीडी) के साथ मंगलवार को विज्ञान संचार से जुड़ी दो पहल करते हुए डीडी विज्ञान और भारत विज्ञान का शुभारंभ किया।
डीडी विज्ञान दूरदर्शन राष्ट्रीय चैनल पर एक घंटे का स्लॉट है, जिसका सोमवार से शुक्रवार तक शाम 5 बजे से 6 बजे के बीच प्रसारण किया जाएगा। वहीं भारत विज्ञान एक इंटरनेट-आधारित चैनल है, जिसमें किसी भी इंटरनेट-सक्षम डिवाइस पर लाइव, शेड्यूल प्ले और वीडियो-ऑन-डिमांड सेवाएं उपलब्ध हैं।
इन दो प्रमुख पहलों की शुरुआत करते हुए केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि आज हमारे समाज के वैज्ञानिक स्वभाव को विकसित करने की जरूरत है। 1990 में पल्स पोलियो अभियान में भारत के सार्वजनिक सेवा प्रसारणकर्ता, दूरदर्शन द्वारा निभाई गई भूमिका को याद करते हुए डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि दूरदर्शन भारत की 92 प्रतिशत से अधिक आबादी तक पहुंचता है। मंत्री ने उम्मीद जताई कि निकट भविष्य में देश में 24 घंटे सातों दिन का एक डीडी साइंस चैनल दिखाई देगा। उन्होंने कहा, ‘2030 तक हमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शीर्ष तीन देशों में होना चाहिए और इस तरह की पहल ब्लॉक का निर्माण कर रही है।’
उद्घाटन कार्यक्रम में विज्ञान प्रसार एवं दूरदर्शन के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। इसमें विज्ञान एवं तकनीकी विभाग के सचिव प्रो. आशुतोष शर्मा, सूचना और प्रसारण सचिव अमित खरे ने भाग लिया। दोनों चैनलों पर विज्ञान पर आधारित वृत्तचित्र, स्टूडियो-आधारित चर्चाएं और वैज्ञानिक संस्थानों के वर्चुअल वॉक-थ्रू, साक्षात्कार और लघु फ़िल्में उपलब्ध होंगी, जो पूरी तरह से मुफ्त होंगे।