सद्दाम हुसैन की बेटी की अपील, एक-दूसरे को माफ कर अरब में बदलाव लाने में भूमिका निभाएं इराकी
बगदाद, 03 जनवरी (हि.स.)। इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन की मौत के 15 साल बाद उनकी बेटी रगद हुसैन ने इराकी जनता से एक-दूसरे को माफ कर अरब में बदलाव लाने में भूमिका निभाने की अपील की। बता दें कि वर्ष 2006 में 30 दिसंबर को इराक के पूर्व शासक सद्दाम हुसैन को फांसी दी गई थी।
रगद हुसैन ने पिता की एक बड़ी सी तस्वीर के आगे बैठकर इराकी लोगों से कहा कि वे एक-दूसरे की शत्रुता को भुला दें और अरब के किसी गुट में शामिल नहीं हों। सद्दाम की 15वीं बरसी पर एक रिकॉर्डेड संदेश में रगद ने भविष्य में इराक की राजनीति में आने से इनकार नहीं किया। उन्होंने सुरक्षा बलों व ईरान समर्थित विद्रोहियों की प्रर्दशनकारियों पर गोलीबारी का हवाला देते हुए कहा कि जिन लोगों ने अक्टूबर क्रांति में अपनों को खोया है, उन्हें इसके दोषियों को माफ नहीं करना चाहिए।
रगद की शादी स्कूल में पढ़ने के दौरान महज 15 साल की उम्र में हो गई थी और 1996 में 25 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने परिजनों के कहने पर तलाक ले लिया और दो दिन बाद ही उनके पति की हत्या हो गई। 2018 में रगद का नाम तत्कालीन इराक सरकार ने मोस्ट वांटेड सूची में डाल दिया।