सऊदी में लोन पर कार लेना भारतीय प्रवासी को पड़ा महंगा
नई दिल्ली/रियाद (हि.स.)। सऊदी अरब में काम के लिए गए एक भारतीय प्रवासी को कार के लिए कर्ज लेना महंगा पड़ गया। कर्ज के कारण भारतीय प्रवासी पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि भारतीय वाणिज्यिक दूतावास और सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रयासों से उस पर लगा यात्रा प्रतिबंध हटा दिया गया और वह भारत वापस आ सका।
सऊदी गजट की रिपोर्ट के मुताबिक केरल के मलप्पुरम निवासी राजन पलाक्कुंडु परामबिल (53) सऊदी के नजरान में एक निजी कंपनी में काम करते थे। नजरान यमन की सीमा से सटा है। यमन में शिया हौती मिलिशिया के बार-बार मिसाइल हमलों से कई कर्मचारियों ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया। राजन भी कुछ दिन काम करने के बाद यहां से जेद्दा चले गए। इससे पहले उन्होंने अपने नाम किश्त पर एक कार खरीदी थी। राजन जब जेद्दा से वापस लौटने लगे तो पता चला कि उन पर यात्रा प्रतिबंध है। कार के कीमत का भुगतान किए बिना वह सऊदी छोड़ कर जा भी नहीं सकते।
इसी दौरान उनका वीजा भी समाप्त हो गया। हालांकि भारतीय वाणिज्यिक दूतावास की मदद से जेद्दा में केरल समुदाय के लोगों ने उन्हें जमानत दिलाने में मदद की। इसके साथ ही कार डीलर से बातचीत कर कम पैसे लेने के लिए डीलर को जारी भी किया। इसके बाद वह वापस भारत आ सके।