संगीत के जरिए भारत- लैटिन अमेरिका संबंधों की नई इबारत लिखने की कोशिश
नई दिल्ली, 18 जुलाई (हि.स.)। दिल्ली में स्थित लैटिन अमेरिकी देशों के दूतावासों ने मिलकर राजनायिक संबंधों की एक नई इबारत लिखने की पहल की है। मैक्सिको और ब्राजील के दूतावासों के सांस्कृति प्रकोष्ठों ने इंटरनेशनल काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशंस (आईसीसीआर) के साथ लैटिन अमेरिकी ज़ैज का कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें नोबेल पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार ओक्टावियो पाज़ की भारत के परिदृश्य पर लिखी कविता प्रस्तुत की गई। पाज़ भारत में मैक्सिको के राजदूत रह चुके हैं।
समकालीन लैटिन अमेरिकी ज़़ैज में सबसे अधिक अभिव्यक्तिपूर्ण, खूबसूरत आवाज़ें और सबसे सक्रिय गायक के रूप में सम्मानित, मैक्सिकन गायक-गीतकार, मैगोस हेरेरा और ब्राजील का प्रतिभाशाली म्युजिक ग्रुप ‘ट्रायो अफोरा’ में तीन सबसे प्रतिभाशाली ब्राजीलियाई संगीतकार, फैबियो गौवे, फेलिप ब्रिसोला और एलेक्स कौत्ज़ ने मैक्सिकन और ब्राजीलियाई क्लासिक्स के साथ-साथ जल्द ही रिलीज होने वाली संगीत रचनाओं के साथ शहर के संगीत प्रेमियों के सामने प्रस्तुति दी।
मैगोस हेरेरा ने भारत के पूर्व मैक्सिकन राजदूत नोबेल पुरस्कार विजेता ओक्टावियो पाज़ की एक कविता ‘निना’ (गर्ल) की भूमिका निभाई, जो मैगोस और फेलिप पेरेज़ सैंटियागो द्वारा संगीतबद्ध है। मैगोस ने कहा, “मैं भारत से प्यार करता हूं, और ओक्टावियो पाज़ भारत से प्यार करता था”, इस गीत को प्रसिद्ध भारतीय फोटोग्राफर रघु राय को समर्पित करते हुए, जिसकी मैक्सिकन परिदृश्य की तस्वीर ने उनके प्रदर्शन की पृष्ठभूमि बनाई। मैगोस ने मैक्सिकन लोकगीत, ला लोराना (द वीपिंग वूमन) को राजदूत मेलबा प्रिया को समर्पित किया। इस संगीत कार्यक्रम की पहल के लिए मैक्सिको और ब्राजील के राजदूतों का धन्यवाद करते हुए मैगोस ने कहा कि कलाओं के माध्यम से हम वार्तालाप शुरू कर सकते हैं।
कार्यक्रम में आईसीआरआर की महानिदेशक रिवा गांगुली दास, मेक्सिको के भारत में राजदूत मेलबा प्रिया और भारत में ब्राजील के राजदूत तोवर दा सिल्वा नून्स, मेडागास्कर के पूर्व भारतीय राजदूत मांजू सेठ, इंस्टिट्यूट सर्वेंटिस के निदेशक कार्लोस वरोना, फिल्म निर्माता सुरेश जिंदल, चित्रकार और मूर्तिकार जतिन दास, प्रख्यात फोटोग्राफर रघु राय सहित कई विशिष्ट लोगों ने कार्यक्रम में शिरकत की।