शिक्षकों से शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण-पत्र की छाया प्रति मांगना गलत: विनय तिवारी
सीवान, 12 फरवरी ( हि.स.) जिले के नियोजित शिक्षकों के 15 प्रतिशत पे फिक्सेशन को लेकर सीवान के डीपीओ स्थापना (शिक्षा) की ओर से जारी एक आदेश पर जिले में बवाल मच हुआ है। जिले नियोजित शिक्षक उनके आदेश से काफी खफा हैं। सीवान डीपीओ स्थापना राजेन्द्र सिंह ने जिले के सभी बीईओ से नियोजित शिक्षकों की मूल सेवापुस्तिका को अद्यतन करते हुए उनके समस्त शैक्षणिक/प्रशैक्षणिक प्रमाण-पत्र की अभिप्रमाणित छायाप्रति और पूर्व के वेतन निर्धारण की प्रति की मांग की है। डीपीओ के इस आदेश पर शिक्षकों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। शिक्षकों का कहना है कि बार-बार उनसे शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाण-पत्र की मांग क्यों की जा रही है। जबकि, उनके द्वारा विभाग के सभी कार्यालयों को पहले ही सभी प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराये जा चुके हैं।
परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रमंडलीय महासचिव विनय कुमार तिवारी ने बताया कि डीपीओ स्थापना द्वारा जारी किया गया पत्र तुगलगी फरमान के समान है। क्या उन्हें अब तक शिक्षकों का प्रमाण-पत्र उपलब्ध नहीं हुआ है। श्री तिवारी ने कहां कि सीवान के सभी नियोजित शिक्षकों ने हाल ही में विभागीय पोर्टल पर अपना प्रमाण-पत्र अपलोड कराया हैं। बावजूद इस तरह का पत्र जारी करना कहीं न कहीं उनके वेतन निर्धारण कार्य को बाधित करने की मंशा झलक रही है।
शिक्षा उपनिदेशक के पत्र में ऐसा कोई जिक्र नहीं :
शिक्षक नेता विनय कुमार तिवारी ने कहा कि डीपीओ स्थापना ने अपने पत्र में क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक के पत्र का हवाला दिया है। जबकि उनके पत्र में ऐसा कुछ आदेश नहीं है। उन्होंने कहां कि जब भी शिक्षकों के किसी भी बकाया का भुगतान करने की बात सामने आती है तो इसी तरह का आदेश जारी कर दिया जाता है। डीपीओ कार्यालय की शिथिलता के कारण ही अब तक शिक्षकों का पे फिक्सेशन नहीं हो सका है। श्री तिवारी ने कहां कि वे लोग जल्द ही इसकी शिकायत सीधे डीईओ मिथिलेश कुमार से करेंगे।