वैश्विक आर्थिक विकास में भारत की भूमिका सराहनीय : सुल्तान बिन सईद

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मुंबई, 13 जनवरी (हि.स.)। मुंबई में आयोजित दो दिवसीय भागीदारी परिषद (पार्टनरशिप समिट) 2019 में 40 देशों से आए प्रतिनिधियों ने भारत के आर्थिक विकास की सराहना करते हुए एशियाई देशों को सीख लेने की अपील की। संयुक्त अरब अमीरात के वित्तीय मामलों के मंत्री सुल्तान बिन सईद अल मंसूरी ने कहा कि भारत और इसकी तेजी से विकासपरक अर्थ व्यवस्था का अरब देशों में बहुत सम्मान है। सही मायने में एक प्रमुख वैश्विक आर्थिक प्रगति के लिए भारत की भूमिका की अनदेखी नहीं की जा सकती। भारत ने इसमें अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई है। भारत की प्रगतिशील नीतियां, बढ़ते रोजगार के अवसर, तकनीकि में प्रगति, गतिशील शेयर बाजार, माल और सेवा कर (जीएसटी) जैसे संरचनात्मक सुधार और व्यवसाय में आई आसानी ने विश्व के कारोबारियों और निवेशकों को निवेश करने का बेहतर अवसर प्रदान किया है। भारत के विकास के लिए सुधारवादी नीतियों से एक ठोस आधार तैयार हुआ है।
चर्चा के दौरान औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के सचिव रमेश अभिषेक ने कहा कि भारत में एफडीआई का प्रवाह धीरे-धीरे बढ़ रहा है। इसके अलावा देश में स्टार्टअप योजनाओं की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। भारत सरकार ने विदेशी निवेशकों को भारत में निवेश की ओर आकर्षित करने में काफी सफलता पाई है।
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) के महानिदेशक फ्रांसिस गुर्री ने कहा कि भारत प्रौद्योगिकी के मामले में अग्रणी रहा है। यहां की जनसंख्या का 65 फीसदी वर्ग समूह औसत 35 साल की उम्र का है और इनोवेशन व प्रौद्योगिकी पर फोकस रखता है। आज डेटा और सूचना तक पहुंच बनाना प्रौद्योगिकी का एक महत्वपूर्ण कारक बन गया है और भारत इस सेक्टर में आश्चर्यजनक रूप से बेहतर काम कर रहा है। सॉफ्टवेयर और सिक्योरिटी सेक्टर में भी भारतीय युवा अभियंताओं की काबिलियत को दुनिया ने माना है।
इस अवसर पर विक्रम किर्लोस्कर ने कहा कि आज देश में छोटे और मध्यम उद्यमों सहित दुनिया भर के निवेशकों के लिए बेहतर निवेश के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। वैश्विक निवेशकों व आर्थिक संस्थाओं को भी व्यापारिक प्रतिस्पर्धात्मक बाजार में शामिल होने के लिए अवसर उपलब्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने विश्वस्तरीय डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किया है। मैन्यूफैक्चरिंग हब, ट्रांसपोर्ट हब, लॉजिस्टिक नेटवर्क हब को तैयार किया गया है। एक्सपोर्ट और इंपोर्ट के लिए पोर्ट (बंदरगाह) बेहद अहम कारक होते हैं , बिजनेस ग्रोथ के लिए मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई अन्य जिलों में भी बेहतर पोर्ट नेटवर्क का जाल तैयार किया गया है। महाराष्ट्र सरकार की ओर से इन्फ्रास्ट्रक्चर, लेबर, पॉवर सुविधा पर ध्यान दिया जा रहा है। महाराष्ट्र ग्लोबल प्लेटफॉर्म बनने की ओर अग्रसर है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों से निपटने के लिए भारत और महाराष्ट्र सहित कई अन्य राज्यों में भी आदर्श प्लेटफॉर्म तैयार हो रहे हैं। 


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