विश्वभारती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को प्रधानमंत्री मोदी ने किया संबोधित
कोलकाता, 25 मई (हि.स.)। शेख हसीना के साथ शुक्रवार को शांति निकेतन पहुंचे मोदी ने कहा कि यह पहला मौका जब दीक्षांत समारोह में 02 देशों के पीएम मौजूद हैं। इस दौरान पीएम ने संबोधित करते हुए कहा कि इस भूमि पर कवि गुरु की साधना की अनुभूति से रोमांचित हूं। यहां जो गुरु- शिष्य परंपरा रही है, वह जितनी पौराणिक है उतनी आधुनिक भी है। गुरुदेव के इस स्थान को पूरे विश्व का घर बनाना चाहते थे। यह दुर्लभ संयोग है कि इस समारोह में दो देशों के प्रधानमंत्री मौजूद हैं। कविगुरु के कृतित्वों की चर्चा दुनिया के कई देशों में है। गुरुदेव ग्लोबल सिटिजन थे और रहेंगे। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में टैगोर के विचार और दर्शन की प्रेरक भूमिका रही। पीएम ने भारत सरकार की योजनाओं के बारे में भी छात्रों को अवगत कराते हुए कहा कि गैस कनेक्शन और शौचालयों की उपलब्धता से महिलाओं की जिंदगी आसान हुई। वर्ष 2022 तक न्यू इंडिया बनाने के मिशन में विश्वभारती जैसे संस्थानों की अहम भूमिका हो सकती है। इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई योजनाओं का छात्र अधिक से अधिक लाभ उठाएं। कविगुरु का विश्वभारती दुनिया को हमेशा राह दिखाती रहे। साथ ही छात्रों से सौ गांवों को आत्मनिर्भर बनाने की अपील भी किया।