विकास परियोजनाओं को लटकाना जनता के साथ अपराधः प्रधानमंत्री
कोल्लम (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा है कि सरकारी पैसे का दुरुपयोग और अपव्यय रोककर उनकी सरकार ने दशकों से लटकी हुई विकास परियोजनाओं को पूरा किया है या उन पर तेजी से काम जारी है।
मोदी ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-66 को दो अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ने वाले कोल्लम बाईपास का उद्धाटन किया। इस बाईपास से राजधानी तिरुवनन्तपुरम जाने के लिए दूरी और समय की बचत होगी। उद्धाटन समारोह में केरल के राज्यपाल पी. सदाशिवम और मुख्यमंत्री पी. विजयन शामिल हुए। इस अवसर पर मोदी ने कहा कि आधारभूत ढांचे के विकास की परियोजनाओं पर काम करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने उन परियोजनाओं पर ध्यान दिया जो 20-30 वर्षों से लंबित पड़ी थीं। उन्होंने 250 से अधिक ऐसी लंबित परियोजनाओं की समीक्षा की। इन परियोजनाओं पर 12 लाख करोड़ रुपये की लागत आनी है।
मोदी ने कहा कि वह स्वयं ‘प्रगति’ प्रक्रिया के जरिए राज्यों के मुख्य सचिवों और संबंधित अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करते हैं और परियोजनाओं को पूरा करने की रूपरेखा तैयार की जाती है। उन्होंने कहा कि जनता के धन का दुरुपयोग और अपव्यय नहीं होना चाहिए। परियोजनाओं को बीच में छोड़ना जनता के साथ अपराध है। उन्होंने कहा कि जनता का जीवन सुगम बनाना और ‘सबका साथ सबका विकास’ उनकी सरकार का मंत्र है।
राष्ट्रीय राजमार्गों और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क संपर्क की परियोजनाओं के बारे में मोदी ने कहा कि जब उन्होंने सरकार की बागडोर संभाली थी तब 56 प्रतिशत गांव सड़क मार्ग से जुड़े थे, जबकि आज 90 प्रतिशत गांव सड़क मार्ग से जुड़ चुके हैं। शीघ्र ही हम शत-प्रतिशत का लक्ष्य हासिल कर लेंगे। विकास परियोजनाओं से लोगों को सहूलियत तो होती ही है साथ ही बड़ी संख्या में रोजगार भी पैदा होते हैं।
पिछले चार वर्षों में पर्यटन क्षेत्र में विकास का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत पर्यटन और यात्रा की दृष्टि से दुनिया में तीसरे पायदान पर पहुंच गया है। पिछले चार वर्षों के दौरान भारत में आने वाले पर्यटकों की संख्या 70 लाख से बढ़कर एक करोड़ पहुंच गई है। इससे विदेशी मुद्रा के रूप में देश को 27 अरब डॉलर मिले हैं। दुनिया में पर्यटन उद्योग के विकास की दर सात प्रतिशत है, जबकि हमने 14 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल की है। पर्यटकों को ई-वीजा के रूप में आसानी से भारत आने का अवसर मिल रहा है। 66 देशों के पर्यटक इससे लाभांवित हो रहे हैं। पर्यटन के विकास के लिए दो महत्वपूर्ण योजनाओं स्वदेश दर्शन और प्रसाद का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इससे केरल सहित पूरे देश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।