वायु और नौसेना प्रमुख को अब मिलेगी जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा
नई दिल्ली, 02 मार्च (हि.स.)। केंद्र सरकार ने वायुसेना एवं नौसेना के प्रमुखों को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआईएसएफ जवानों के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद यह फैसला किया गया है। जबकि थल सेना अध्यक्ष को पहले से ही जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी.एस. धनोआ और नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। गृह मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक इन दोनों वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को खतरे की हाल ही में समीक्षा की गई, जिसके बाद से इनकी सुरक्षी बढ़ाए जाने का फैसला किया गया। जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा के तहत दोनों सैन्य प्रमुखों को अब केन्द्रीय सुरक्षा बलों की सुरक्षा भी मिलेगी। चूंकि सेना प्रमुखों को देश के विभिन्न इलाकों में स्थित सैन्य शिविरों का दौरा करना होता है, इसलिए उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि जेड प्लस श्रेणी सुरक्षा सबसे उच्चतम होती है। यह 55 जवानों का एक सुरक्षा चक्र होता है, जिसमें 10 से अधिक कमांडो और पुलिस अधिकारी शामिल होते हैं। इसका जिम्मा एसपीजी(स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप), एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड), आईटीबीपी(भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) और सीआरपीएफ(केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) जैसे सुरक्षा बलों पर होता है।