लवली आनंद, पप्पू यादव और तेजप्रताप दे सकते हैं विपक्षी गठबंधन को चुनौती
पटना, 29 मार्च (हि.स.)। विपक्षी गठबंधन को विरोधी दलों के साथ-साथ कई विरोधी ऐसे मिल गए हैं, जिनसे पार पाना काफी कठिन हो सकता है। ख़ासतौर पर शिवहर, मधेपुरा और सारण लोकसभा सीट पर यह चुनौती ज्यादा कड़ी हो सकती है। इन सीटों पर लवली आनंद और पप्पू यादव के साथ-साथ तेजप्रताप यादव से चुनौती मिलने की संभावना जताई जा रही है।
विपक्षी गठबंधन की सीटों का ऐलान होने के बाद जेल में बंद बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद असंतुष्ट दिखीं। हाल ही में कांग्रेस का हाथ थामने वाली लवली आनंद शिवहर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती थीं किन्तु यह सीट राजद के खाते में चली गई है। लवली आनंद ने कांग्रेस पर उनके साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राजद के सामने राष्ट्रीय पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस ने घुटने टेक दिए। वर्ष 1994 में वैशाली लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सांसद बनने वाली लवली आनंद ने शिवहर से निर्दलीय लड़ने का मन बना लिया है। हालांकि राजद ने अभी भी इस सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। किन्तु लोजपा छोड़कर राजद में शामिल होने वाले बाहुबली नेता रामा किशोर सिंह के यहां से चुनाव लड़ने की सम्भावना जताई जा रही है। ऐसे में लवली आनंद शिवहर से निर्दलीय चुनाव लड़ती हैं तो विपक्षी गठबंधन को कड़ी परीक्षा से गुजरना होगा।
विपक्षी गठबंधन के लिए सबसे चौंकाने वाला नाम राजद नेता तेजप्रताप यादव का है। विपक्षी गठबंधन की तरफ से सारण सीट पर राजद से चंद्रिका राय के नाम की घोषणा के बाद राजद नेता तेजप्रताप यादव ने कहा कि वह भी सारण की सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। अपने ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कहकर तेजप्रताप यादव ने राजद के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। तेजप्रताप का उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक का मामला न्यायालय में चल रहा है और वह अपने परिवार से विगत कुछ दिनों से खफा भी चल रहे हैं। हालांकि तेजप्रताप को अपने पक्ष में मना लेने का चन्द्रिका राय ने दावा भी किया।
दरअसल, तेजप्रताप और तेजस्वी यादव के बीच शिवहर और जहानाबाद लोकसभा सीट को लेकर मनमुटाव की खबरें चल रही हैं। इन दोनों सीटों पर तेजप्रताप अपने पसंद का उम्मीदवार चाहते थे और इसके लिए उन्होंने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन का भी आयोजन किया था, जिसे अंतिम क्षण में रद्द कर दिया गया था। तेजस्वी यादव ने गठबंधन की सीटों की घोषणा करने के दौरान संवाददाताओं के सवाल का जवाब देते हुए शुक्रवार को कहा कि पार्टी में सबको सुझाव देने का अधिकार है और तेजप्रताप सुझाव दे रहे थे। सारण लोकसभा सीट से राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी चुनाव लड़ चुके हैं।
मधेपुरा से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भी कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहते थे। इसके लिए उनकी पार्टी में बातचीत चल रही थी किन्तु तेजस्वी प्रसाद यादव के विरोध के कारण यह सम्भव नहीं हो सका। गठबंधन में मधेपुरा से राजद ने शरद यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिन्हें पप्पू यादव से अच्छी-खासी चुनौती मिल सकती है।
भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होनेवाले दरभंगा से सांसद कीर्ति आजाद की इस सीट पर राजद ने दावा ठोकते हुए अब्दुल बारी सिद्दिकी को अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस से दरभंगा सीट पर चुनाव लड़ने की मंशा रखनेवाले कीर्ति झा आजाद भी चुनौती का सबब बन सकते हैं।