लंबी दूरी की सुपरसोनिक ब्रह्मोस के नए समुद्री संस्करण का कामयाब परीक्षण
– नई प्रौद्यागिकी से लैस ब्रह्मोस मिसाइल के उन्नत संस्करण ने लंबी दूरी तक लगाया सटीक निशाना
– नौसेना ने राष्ट्रपति फ्लीट रिव्यू से तीन दिन पहले भी की थी ब्रह्मोस सुपरसोनिक की टेस्ट फायरिंग
नई दिल्ली, 05 मार्च (हि.स.)। भारतीय नौसेना ने शनिवार को सुबह ब्रह्मोस मिसाइल के उन्नत संस्करण की लंबी दूरी की सटीक स्ट्राइक क्षमता का सफल परीक्षण किया। मिसाइल ने लक्ष्य को पिन पॉइंट के साथ मार गिराकर फ्रंटलाइन प्लेटफार्मों की लड़ाई और मिशन की तत्परता का प्रदर्शन किया। नौसेना ने इससे पहले विशाखापत्तनम में 21 फरवरी को होने वाली राष्ट्रपति फ्लीट रिव्यू से तीन दिन पहले 18 फरवरी को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की टेस्ट फायरिंग की थी।
नौसेना ने आज ब्रह्मोस मिसाइल के उन्नत संस्करण की टेस्ट फायरिंग का वीडियो ट्विटर पर साझा करके कैप्शन में लिखा है कि “ब्रह्मोस मिसाइल के उन्नत संस्करण की लंबी दूरी की सटीक स्ट्राइक क्षमता को सफलतापूर्वक मान्य किया गया। लक्ष्य के पिन पॉइंट विनाश ने फ्रंटलाइन प्लेटफार्मों की लड़ाई और मिशन की तत्परता का प्रदर्शन किया। यह आत्मनिर्भर भारत के लिए एक और शॉट था।” रक्षा सूत्रों ने बताया कि इस ब्रह्मोस मिसाइल में नई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है। शनिवार को किए गए परीक्षण में यह पूरी तरह कामयाब रही।
डीआरडीओ के सूत्रों ने बताया कि इस ब्रह्मोस मिसाइल में नई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है। नियंत्रण प्रणाली सहित नई अतिरिक्त तकनीकों के साथ किये गए परीक्षण से मिले विस्तृत आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है। समुद्र से समुद्र में वार करने वाले संस्करण की मिसाइल ने निर्धारित लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाया। ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम के तहत किया जा रहा है। इस संयुक्त उद्यम में डीआरडीओ भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व करता है।
नौसेना ने इससे पहले राष्ट्रपति फ्लीट रिव्यू से तीन दिन पहले 18 फरवरी को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के उन्नत संस्करण की टेस्ट फायरिंग पश्चिमी सागर में क्रूज वॉरशिप आईएनएस विशाखापत्तनम से की थी, जिसके बाद युद्धपोत को विशाखापत्तनम बंदरगाह पर खड़ा किया गया है। आईएनएस विशाखापत्तनम हाल ही में शामिल भारतीय नौसेना का नवीनतम युद्धपोत है। इससे पहले भी 11 जनवरी को भारतीय नौसेना के आईएनएस विशाखापत्तनम युद्धपोत से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था।
ब्रह्मोस भारतीय नौसेना के युद्धपोतों की मुख्य हथियार प्रणाली है और इसे इसके लगभग सभी सतह प्लेटफार्मों पर तैनात किया गया है। इसका एक पानी के नीचे का संस्करण भी विकसित किया जा रहा है। ब्रह्मोस का उपयोग न केवल भारत की पनडुब्बियों में किया जाएगा बल्कि मित्र देशों को निर्यात के लिए भी पेश किया जाएगा।