राष्ट्रीय युद्ध स्मारक शुक्रवार को मनायेगा तीसरी वर्षगांठ, स्कूली बच्चे देंगे बैंड प्रस्तुति

0

– राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की तीसरी वर्षगांठ मनाने के लिए तैयार किया गया स्कूल बैंड कार्यक्रम

– तीनों सेनाओं के उप प्रमुखों के साथ एकीकृत रक्षा स्टाफ के प्रमुख देंगे वीरों को श्रद्धांजलि

नई दिल्ली, 24 फरवरी (हि.स.)। इंडिया गेट के पास बना राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (एनडब्ल्यूएम) शुक्रवार को अपनी तीसरी वर्षगांठ मनायेगा। भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के उप प्रमुखों के साथ चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीआईएससी) के अध्यक्ष के लिए एकीकृत रक्षा स्टाफ के प्रमुख एयर मार्शल बीआर कृष्णा एनडब्ल्यूएम पर माल्यार्पण करके राष्ट्र के लिए शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि देंगे। इसके अलावा नई दिल्ली के रोहिणी स्थित वीएसपीके इंटरनेशनल स्कूल के छात्र अपने इंटर सर्विसेज बैंड के साथ प्रस्तुति देंगे।

राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की तीसरी वर्षगांठ का समापन शाम को शहीदों के परिजन के साथ होगा। इस दौरान परिजन सैनिक के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए अमर चक्र पर माल्यार्पण करेंगे। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की तीसरी वर्षगांठ मनाने के लिए केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (एनसीटी) सरकार के परामर्श से स्कूल बैंड का एक कार्यक्रम तैयार किया है। एनडब्ल्यूएम पर स्कूल बैंड के प्रदर्शन की शुरुआत 23 फरवरी से गाजियाबाद के श्री ठाकुरद्वारा बालिका विद्यालय के बच्चों ने शाम पांच बजे की। इसी तरह आज शाम 4.30 बजे गाजियाबाद के इंदिरापुरम पब्लिक स्कूल के बच्चों ने अपने बैंड की प्रस्तुति दी।

दिल्ली के वीएसपीके इंटरनेशनल स्कूल के बच्चे 25 फरवरी को शाम 5.10 बजे अपने बैंड का प्रदर्शन करेंगे। इसी तरह 26 फरवरी को शाम 4.30 बजे दिल्ली के द मान स्कूल और डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल और 27 फरवरी को शाम 4.30 बजे गाजियाबाद के डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के बच्चे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अपने-अपने स्कूल बैंड की प्रस्तुति देंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 फरवरी, 2019 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक राष्ट्र को समर्पित किया था। इस स्मारक की तीसरी वर्षगांठ मनाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से इस स्मारक में स्कूल बैंड के कला प्रदर्शन का निर्णय लिया।

इस पहल का उद्देश्य स्कूल के बच्चों में देशभक्ति, कर्तव्य के प्रति समर्पण, साहस और बलिदान के मूल्यों का समावेश करना तथा विशेष रूप से युवाओं की भागीदारी को बढ़ाना है, ताकि उन्हें इस प्रतिष्ठित युद्ध स्मारक से जुड़े विभिन्न पहलुओं का अनुभव हो सके। यह पहल वीर गाथा परियोजना के उस विजन को भी आगे बढ़ाती है, जिसे रक्षा और संस्कृति मंत्रालयों ने संयुक्त रूप से युद्ध नायकों की वीरता की कहानियों के बारे में बच्चों में जागरुकता बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया था।

शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों के शिक्षा विभागों से भी नेशनल वॉर मेमोरियल एंड म्यूजियम, हेडर्क्वाटर इंटीग्रेटिड डिफेंस स्टाफ (एनडब्ल्यूएम एंड एम, एचक्यू आईडीएस) निदेशालय के साथ समन्वय में कला प्रदर्शन करने के लिए अपने संबंधित राज्यों के स्कूलों से एक बैंड नियमित कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में चयन करने का अनुरोध किया है। सीबीएसई रक्षा मंत्रालय के समन्वय के साथ सभी स्कूलों के साथ तालमेल कर रहा है।


प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *