राजस्थान में गुर्जर आंदोलन समाप्त

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जयपुर, 16 फरवरी (हि.स.)। पिछले आठ दिनों से चला आ रहा गुर्जर आरक्षण आंदोलन शनिवार को समझौते के ड्राफ्ट पर सहमति बनने के बाद खत्म हो गया। आंदोलन के अगुवा कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला ने मलारना डूंगर की रेल पटरियों पर आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया। इसके साथ ही रेल पटरियों से धरना उठा लिया गया। कर्नल बैसला ने आंदोलन समाप्त करने का ऐलान करते हुए प्रदेश की जनता से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि हमारे आंदोलन की वजह से आमजन को जो परेशानी हुई, उसके लिए समाज शर्मिंदा है। इसके बाद सिकंदरा चौराहे पर लगाया गया जाम भी हटा दिया गया। राजस्थान में 5 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर पिछले 8 दिनों से गुर्जर सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर में रेल पटरियों पर डटे हुए थे। इससे पहले विधानसभा में गहलोत सरकार की ओर से पांच फीसदी आरक्षण का विधेयक पेश करने के बाद गुर्जर आंदोलन समाप्ति का काउंटडाउन शुरू हो गया था, लेकिन कर्नल बैसला समेत समाज के अन्य अगुवा संतुष्ट नहीं हुए थे। सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मंत्री विश्वेन्द्र सिंह शनिवार सवेरे गुर्जरों से समझौते का ड्राफ्ट लेकर मलारना डूंगर पहुंचे और कर्नल बैंसला को ड्राफ्ट सौंपा। इसके बाद कर्नल बैंसला ने आंदोलन खत्म करने की घोषणा कर दी। गुर्जर ड्राफ्ट समझौते में 5 बिंदु शामिल किए गए हैं। इसमें भविष्य में कानूनी पेचीदगियां आने पर उस मामले को लेकर पैरवी सरकार के स्तर पर होने, देवनारायण योजना को सुदृढ़ बनाने, बचे हुए मामलों को वापस लेने जैसे बिन्दु शामिल हैं। अब तक गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला बातचीत रेलवे ट्रेक पर ही करने के लिए अड़े थे| इस कारण पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, आईएएस नीरज के पवन शुक्रवार को रेलवे ट्रेक पर भी पहुंचे लेकिन समाधान नहीं निकला। इससे पहले आरक्षण पर राजस्थान विधानसभा में सरकार विधेयक लेकर आई, जिसे राज्यपाल कल्याण सिंह पारित कर चुके हैं। 


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