राजस्थान की सीमा पर फिर खुलेंगी चौकियां, केंद्रीय गृहमंत्री ने दी सहमति
जोधपुर, 25 जून (हि.स.)। राजस्थान से लगती अंतरराष्ट्र्रीय सीमा पर अब सुरक्षा के इंतजाम और पुख्ता होंगे। पिछले कई बरसों से बंद पड़ी खुफिया चौकियों को फिर से शुरू करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी सहमति दे दी है। इस संबंध में गृह मंत्रालय का पत्र राज्य सरकार के पास पहुंच चुका है।
मंत्रालय ने सहमति देने के साथ-साथ पांच सवाल भी प्रदेश सरकार से पूछे हैं। उनके जवाब के बाद ही बंद पड़ी चौकियां फिर से शुरू की जाएंगी। इस संबंध में प्रदेश के गृहमंत्री रहे गुलाबचंद कटारिया ने भी केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा था। राजस्थान से पाकिस्तान की 3323 किमी. सीमा लगती है। सीमा पर अवांछनीय गतिविधियों की सूचना एकत्र करने के लिए पूर्व में बॉर्डर क्षेत्र के चार जिलों जैसलमेर, श्रीगंगानगर, बाड़मेर और बीकानेर जिलों में बॉर्डर इंटेलीजेंस की करीब 40 चौकियां स्थापित की गई थी। बाद में वर्ष 1995 और 2009 में इनमें से 17 चौकियां बंद कर दी गई थी।
चौकियों के लिए 144 पदों की है मांग:
समय की जरूरत देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने एक मार्च 2017 को बंद चौकियों को पुन: शुरू करने और 7 नई चौकियों सहित 24 चौकियां स्थापित करने का प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा था। उस पर अब सहमति मिल पाई है। पूर्व में स्थापित की गई चौकियों के कार्यालय पुलिस के पास संरक्षित हैं, लेकिन चौकियों के लिए 144 पदों की मांग की जा रही है। इन चौकियों को शुरू करने पर सालाना साढ़े चार करोड़ खर्च होने का अनुमान है। गृह मंत्रालय ने सरकार को भेजे सहमति पत्र में जिन पांच बिंदुओं पर जवाब मांगा है, उनमें इन चौकियों के संचालन का खर्चा और इसकी जरूरत से जुड़े मुद्दे मुख्य हैं।