रवांडा के नरसंहार स्मारक पहुंचे मोदी, 100 दिन में कत्ल कर दिए थे 8-10 लाख इंसान

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नई दिल्ली/किगाली, 24 जुलाई (हि.स.)। अफ्रीका महाद्वीप के तीन देशों, रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका की आधिकारिक यात्रा के पहले चरण में रवांडा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी यात्रा के दूसरे दिन रवांडा के नरसंहार स्मारक का दौरा किया। पीएम मोदी ने 1994 के रवांडा नरसंहार में मारे गए लोगों को अपनी श्रद्धांजलि दी और विजिटर बुक में अपना संदेश लिखा। ज्ञात हो कि 1994 में रवांडा में 100 दिनों में 8-10 लाख लोगों को मार डाला गया था। ये लड़ाई दो कबीला समुदाय की थी, जिसमें बहुसंख्यक हुटु समुदाय के लोगों ने तुत्सी समुदाय के लोगों को मारा था।
पीएम मोदी सोमवार को रवांडा पहुंचे, जहां रवांडा की राजधानी किगाली के हवाई अड्डे पर रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी की राजकीय आगवानी हुई। प्रधानमंत्री मोदी को रवांडा सेना की टुकड़ियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। रवांडा सरकार के महत्वपूर्ण मंत्री और अधिकारियों ने पीएम मोदी से मुलाकात की। हवाई अड्डे पर ही प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में रवांडा के लोक नृत्यकों ने रंगारंग प्रस्तुति दी। रवांडा के राष्ट्रपति के साथ वार्ताओं के अलावा पीएम मोदी कई अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। पिछले 70 साल में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा पहली रवांडा यात्रा होगी। इसी तरह युगांडा जाने वाले पिछले 20 साल में वे पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युगांडा की संसद को संबोधित करेंगे। युगांडा में ऐसा सम्मान पाने वाले वे पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे।
रवांडा के बाद 24 जुलाई को ही प्रधानमंत्री मोदी अफ्रीकी देश युगांडा जा रहे हैं। 24-25 जुलाई की अपनी दो दिन की आधिकारिक युगांडा यात्रा के दौरान पीएम मोदी युगांडा के राष्ट्रपति से मुलाकात, वहां के प्रमुख राजनेताओं से मिलना, व्यापार एवं वाणिज्य संबंधी वार्ता एवं युगांडा में भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युगांडा की संसद को संबोधित करेंगे। युगांडा में ऐसा सम्मान पाने वाले वे पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे।
रवांडा और युगांडा की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री 25-27 जुलाई तक दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर होंगे। अपनी तीन दिवसीय इस आधिकारिक यात्रा के दौरान वे ब्रिक्स समिट-2018 में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। ब्रिक्स दुनिया का एक प्रभावशाली संगठन है, जिसके ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका सदस्य हैं। ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने के अलावा वे दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। पीएम मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अन्य ब्रिक्स संबंधित बैठकों में भाग लेंगे। ब्रिक्स बैठकों के दौरान भाग लेने वाले देशों के साथ पीएम की द्विपक्षीय बैठकें भी योजनाबद्ध हैं।
विदेश मंत्रालय के सचिव (आर्थिक संबंध) ने बताया कि भारत अफ्रीका के साथ घनिष्ठ मैत्रीपूर्ण संबंध साझा करता है जो मजबूत विकास साझेदारी और भारतीय डायस्पोरा की बड़ी उपस्थिति से मजबूत होते हैं। पिछले कुछ वर्षों में, अफ्रीकी देशों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में हमारी भागीदारी इसका एक उदाहरण है। यात्रा के दौरान रक्षा, व्यापार, संस्कृति, कृषि और डेयरी सहयोग के क्षेत्रों में कई समझौतों और एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाने हैं। पिछले चार वर्षों में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के स्तर पर अफ्रीका के 23 आउटगोइंग दौरे हुए हैं। अफ्रीका भारत की विदेश नीति की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। प्रधानमंत्री की रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा अफ्रीकी महाद्वीप के साथ हमारे संबंधों को और मजबूत करेगी।


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