यूक्रेन में फंसे कानपुर के भाई-बहन बेसमेंट में गुजार रहे दिन

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– मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन गए थे, परिजनों की चिंता बढ़ी
– भारतीय दूतावास से लगाई बच्चों को सकुशल वापसी की गुहार
कानपुर, 25 फरवरी (हि.स.)। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद स्थितियां लगातार बिगड़ती गई। यूक्रेन ने सुरक्षा के मद्देनजर हवाई सेवाएं बंद कर दीं। हवाई सेवाओं के बंद होने से वहां के हालात और बिगड़ गए। इसके चलते करीब 18 हजार भारतीय नागरिकों के फंसने की बात सामने आ रही है। इन लोगों में कानपुर के भी कई लोग हैं जो पढ़ाई करने गए थे और अब सकुशल लौटने की आस को लेकर किसी तरह वहां दिन गुजार रहे हैं।
यूक्रेन में हुए रूसी हमले के बाद वहां कई भारतीय फंसे हैं उनमें उप्र के कानपुर के रहने वाले कई छात्र-छात्राएं भी हैं। कानपुर जिले के शूटरगंज इलाके में रहने वाले विनोद यादव के दो बच्चे यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे। पिता विनोद यादव ने बताया कि अक्षरा और आरव कुमार, दोनों यूक्रेन के नेशनल खारकीव मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने गए थे। दोनों यूनिवर्सिटी के हॉस्टल नंबर 5 में रहते हैं। दोनों सेकेंड ईयर के फोर्थ सेमेस्टर के छात्र हैं। रूस के हमले के बाद इस समय दोनों को हॉस्टल के बेसमेंट में सुरक्षा के तौर पर रख दिया गया है। वहां पर उनके साथ सैकड़ों और अभ्यर्थियों के साथ अन्य लोग में हैं।

विनोद यादव ने बताया कि गुरूवार रात 8:00 बजे तक बच्चों से बात हुई है। दोनों सुरक्षित हैं। बच्चों से बातचीत में बताया है कि उन लोगों को अंदर ही रोक दिया गया है, बाहर निकलना मना है। दोपहर में खाना मिला था लेकिन शाम के खाने का अभी तक कुछ पता नहीं है। अपने पास जो नाश्ता ले गए थे, उसी से काम चल रहे हैं।

बच्चों से बातचीत और वहां के हालात जानकर कानपुर में माता-पिता की चिंताएं बढ़ गयी हैं। पूरा परिवार भारत सरकार से आस लगाए है कि उनके बच्चों को जल्द से जल्द सुरक्षित भारत वापस लाया जाए।


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