मेरठ में कैंटर ने 16 को कुचला, पांच की मौत
मेरठ, 30 अगस्त (हि.स.)। दिल्ली रोड पर बुधवार की देर रात बेकाबू कैंटर ने जमकर आतंक मचाया और 16 लोगों को कुचल दिया। इससे पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 11 लोग बुरी तरह से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के विरोध में भाजपाइयों ने जमकर हंगामा किया| उनकी पुलिस से हाथापाई हो गई। जिला प्रशासन ने मृतकों को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजे का ऐलान किया। बुधवार की देर रात दिल्ली की तरफ से आ रहे डाक पार्सल के कैंटर ने सबसे पहले शारदा रोड के सामने दिल्ली रोड पर एक व्यक्ति को कुचल दिया और कैंटर चालक भाग निकला। वहां से आगे जाते ही एचआरएस चैक पर उसने एक मांस से लदे पिकअप में टक्कर मार दी। इससे पिकअप पलट गया और मांस सड़क पर बिखर गया। पिकअप चालक की भी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद कैंटर ने एक टैंपो को टक्कर मार दी, जिसमें सवार एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए। इसके बाद कैंटर ने डिवाइडर पर सो रहे लोगों को कुचल दिया। वहां भी दो लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में 11 लोग बुरी तरह से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भाजपाइयों की पुलिस से हुई हाथापाई : मौके पर पहुंचे भाजपा के महानगर महामंत्री कमलदत्त शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया| उनकी पुलिस से जमकर हाथापाई हुई। कमलदत्त शर्मा ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उन्होंने क्षतिग्रस्त कैंटर में तोड़फोड़ करके आग लगाने का प्रयास किया। सूचना पर एसपी सिटी रणविजय सिंह कई थानों की फोर्स के साथ पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया।
मृतकों के परिजनों को पांच लाख और घायलों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा : हादसे की सूचना पर एडीएम सिटी मुकेश चंद और सिटी मजिस्ट्रेट शैलेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे। जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। एडीएम सिटी का कहना है कि हादसे का कारण कैंटर के ब्रेक फेल होना रहा। चालक घटना के बाद फरार हो गया था। पुलिस ने बाद में उसे पकड़ लिया।
शराब के नशे में था कैंटर चालक : इस भीषण हादसे का जिम्मेदार कैंटर चालक शराब के नशे में था| शारदा रोड पर टक्कर मारने के बाद वह डर के मारे भाग रहा था। उसे इतना नशा था कि वह ठीक से बोल भी नहीं पा रहा था। पुलिस ने चालक को लोगों के गुस्से से बचाने के लिए दूसरे थाने भेज दिया।
एसएसपी की विदाई पार्टी चल रही थी : जिस समय यह भीषण हादसा हुआ, उस समय तत्कालीन एसएसपी राजेश पांडेय और एसपी क्राइम शिवराम यादव की विदाई पार्टी चल रही थी। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी एक होटल में पार्टी में व्यस्त थे। अधिकारियों को सूचना मिलने के भी डेढ़ घंटे बाद मौके पर क्रेन पहुंची और शवों को बाहर निकाला गया। इसके बाद सादी वर्दी में एसपी सिटी रणविजय सिंह और एएसपी सतपाल मौके पर पहुंचे। इसके बाद सीओ अखिलेश भदौरिया और दूसरे अधिकारी भी पहुंचे। इस दौरान भी लोगों की पुलिस से भिड़ंत हो गई। पुलिस ने पांचों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।