महिला वर्ल्ड कप क्रिकेट : क्या भारत को बाहर करने के लिए पाकिस्तान जानबूझ कर हारा मैच
क्रिकेट के मैदान ऐसा कम ही देखने को मिलता है जब भारत की टीम पाकिस्तान की जीत के लिए, या फिर पाकिस्तान की टीम भारत की जीत के लिए दुआ कर रही हो . लेकिन इन दिनों यूएई में खेले जा रहे टी20 वर्ल्ड कप में ऐसा मौका भी आया जब ये देखने को मिला .
पाकिस्तान और न्यूजीलैंड का मुकाबला चल रहा था. खास बात ये थी कि भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने या न पहुंचने का फैसला भी इसी मैच से तय होना था. यदि पाकिस्तानी टीम जीत जाती तो भारत का रास्ता साफ हो जाता . जाहिर है भारतीय टीम की इस मैच पर नजर थी.
भारतीय टीम के करोड़ों समर्थक भी पाकिस्तान की जीत की दुआ कर रहे थे. पर ऐसा हो न सका. पाकिस्तानी टीम मैच हार गई और इसके साथ ही टीम इंडिया का वर्ल्डकप जीतने का सपना भी टूट गया.
वैसे तो भारतीय टीम के सेमीफाइनल में नहीं पहुंचने के लिए टीम का प्रदर्शन सीधे तौर पर जिम्मेदार है. परन्तु जिस अंदाज में पाकिस्तानी टीम ने हार को गले लगाया, उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं. लोग पूछ रहे हैं कि क्या पाकिस्तानी टीम सिर्फ इसलिए हारी ताकि भारत को सेमीफाइनल में पहुंचने से रोका जा सके ?
दरअसल न्यूजीलैंड की टीम ने जब पहले अपनी पारी शुरू की तो पाकिस्तानी लड़कियों ने जिस तरह की फिल्डिंग की वो सवालों के घेरे में है. पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने इनिंग के दौरान एक दो नहीं बल्कि आठ कैच टपकाए. इनमें ज्यादातर कैच बेहद आसान थे.
हालांकि इसके बावजूद न्यूजीलैंड की टीम बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाई और पाकिस्तान के सामने एक सौ ग्यारह रनों का छोटा लक्ष्य रखा. पाकिस्तानी टीम इसे भी हासिल नहीं कर पाई और जीत तो दूर चौवन रनों से मैच हार गई.
9 बल्लेबाज तो दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सकीं. सब के सब आया राम और गया राम की तर्ज पर पैवेलियन लौटते गए. तमाम बल्लेबाज एक से एक घटिया शॉट खेलकर आउट हुए. ऐसा लग रहा था मानो उनका लक्ष्य वर्ल्ड कप जीतना नहीं बल्कि भारत को वर्ल्ड कप से बाहर होते देखना था.
यही वजह है कि इसको लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. मैच से जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें पाकिस्तानी खिलाड़ी मैच के दौरान कैच टपकाते हुए दिख रही हैं.
सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि पिछले दिनों एक हॉकी मैच के दौरान भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों का भारत विरोध खुलकार सामने आया था. तब एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान की टीम चीन को सपोर्ट करने पहुंची थी.
17 सितंबर को खेले गए चैंपियनशिप के फाइनल मैच के दौरान स्टैंड में बैठे पाकिस्तानी खिलाड़ी चीनी झंडे लहरा रहे थे. हालांकि तब भारतीय टीम ने वो मैच जीत लिया था. इसको लेकर पाकिस्तानी हॉकी टीम को भी काफी ट्रोल किया गया था.