महिलाओं को सम्मान और बराबरी का मौका मिलना चाहिए- हेमंत सोरेन, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
रांची 08 मार्च।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मंत्रालय के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर राज्यवासियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सम्मान और बराबरी का अवसर मिलना चाहिए। सृष्टि के सृजन में नारी का बराबर का योगदान है।
मुख्यमंत्री ने तेजस्वीनी परियोजना सह सम्मान समारोह में धनबाद की बालिकाओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम की आनलाइन शुरुआत की।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। आज का यह दिन हम सभी के लिए मानव जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। समाज, संस्कृति सभ्यता के साथ सभी का जुड़ाव हुआ।जहां समाज पिछड़ा, वहां महिलाएं और पिछड़ गईं। महिलाएं पुरुष की तुलना में कम नहीं हैं।पर,अलग-अलग कालखंड में नीति निर्धारण करनेवाले लोगों ने तरह-तरह के नियम कानून बनाये। महिलाओं को भी पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिला कर चलना चाहिए। हल के दो बैल की तरह पुरुष और महिलाएं हैं।
हम सदैव महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं। झारखंड में बहुत सारी कठिनाईयां हैं।झारखंड आदिवासी बाहुल्य राज्य है।जंगल, पहाड़ से युक्त यह प्रदेश है। भौगोलिक बनावट भी भिन्न हैं. पहाड़ी इलाके के लोग सीधे-सादे होते हैं। शहरी अथवा ग्रामीण परिवेश में यह दिखता है। हम राजनीतिक क्षेत्र से आते हैं, कई दुर्गम इलाकों में जाते हैं।कई तरीके के लोगों से मिलते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी जिम्मेवारी की हिस्सेदार महिलाएं होती हैं। चाहे घर हो, परिवार हो अथवा समाज हो।इसलिए इनके साथ की आवश्यकता हमें पड़ती है।महिला और बाल विकास विभाग की मंत्री जोबा मांझी ने कहा कि महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। किसी भी राज्य की प्रगति और विकास के सूचकांक में महिलाओं के विकास एक पैमाना होता है। महिलाओं को समान दर्जा देकर आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
सीमा सिन्हा ब्यूरो प्रमुख।