ममता ने किया दिल्ली फतह का एेलान, कहा- 2019 में 100 से 150 सीटों के बीच सिमट जाएगी भाजपा
कोलकाता, 21 जुलाई (हि.स.)। शहीद दिवस के मंच से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को केंद्र सरकार, भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर करारा हमला बोला। ममता ने मंच पर आते ही भारतीय जनता पार्टी को सीधा निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि 21 जुलाई की जनसभा 2019 में भारत दखल की सभा है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि आज अभी और इसी वक्त से काम में लग जाओ। हमें यह तय करना है कि 2019 में भारतीय जनता पार्टी केंद्र की सत्ता में ना रहे। इसके लिए पूरे देश को पश्चिम बंगाल रास्ता दिखाएगा।
ममता ने कहा कि 19 जनवरी को परेड ग्राउंड में पार्टी की विशाल जनसभा होगी। वह जनसभा 2019 में दिल्ली फतह की जनसभा होगी। ममता ने कहा कि इस जनसभा में पूरे देश के विपक्षी नेताओं को आमंत्रित करूंगी और यहीं से केंद्र की भाजपा सरकार को हटाने की रूपरेखा तैयार होगी। हालांकि ममता ने यह भी कहा, “यह भूमि गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर की भूमि है। अगर किसी ने मेरा साथ दिया तो ठीक और अगर नहीं दिया तो एकला चलो की नीति के तहत अकेली लड़ाई लड़ती रहूंगी।” इसके बाद ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री की जन सभा में पंडाल टूटने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो अपनी सभा में पंडाल नहीं संभाल सकते वे देश क्या संभालेंगे? जिस तरह उनकी सभा में पंडाल टूट गया, उसी तरह से देश को तोड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के उस बयान का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने त्रिपुरा की तर्ज पर बंगाल में सत्ता परिवर्तन का आह्वान किया था। ममता ने मुकुल रॉय का नाम लिये बगैर कहा कि त्रिपुरा में आप नहीं जीते, मेरी पार्टी के कुछ गद्दारों की वजह से यह स्थिति बनी। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में जीत की जमीन तृणमूल ने तैयार की थी और बाद में यह भाजपा के पक्ष में चली गई। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की 90% से अधिक सीटों पर हाल के पंचायत चुनाव में तृणमूल ने जीत दर्ज की है। यह लोगों का प्यार है।
ममता ने कहा कि उत्तराखंड की कई सीटों पर भाजपा निर्विरोध चुन ली गई लेकिन किसी ने उन पर सवाल नहीं उठाया। बंगाल में लोग तृणमूल को निर्विरोध जिताते हैं तब पूरे देश में हंगामा मचने लगता है। उन्होंने दावा किया कि पंचायत चुनाव के बाद तृणमूल की ओर से सर्वे किया गया था, जिसमें पता चला कि मुर्शिदाबाद, नदिया और अलीपुरद्वार के कुछ गांव में 1000 रुपये में एक-एक वोट भाजपा ने खरीदा था, जिसके जरिए कुछ सीटों पर कब्जा कर सके। इसके बावजूद वे बंगाल का 10 करोड़ वोट नहीं खरीद पाएंगे।
ममता ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि कल लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी 351 वोटों से जीती है लेकिन यह आंकड़ा सदन के अंदर का है। बाहर उनके पास वोट नहीं है। ममता ने कहा, “अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 100 से 150 सीटों के बीच सिमट जाएगी। उत्तर प्रदेश में मायावती और मुलायम सिंह एक हो गए हैं। वहां भाजपा को 30 सीट कम मिलेगी, मध्य प्रदेश में 28 में से 8 सीटें भी नहीं मिलेगी, राजस्थान में 25 में से 5 सीटें भाजपा नहीं जीत पाएगी। गुजरात, बिहार, उड़ीसा, बंगाल, पंजाब में भारतीय जनता पार्टी को एक भी सीट लोकसभा चुनाव में मिलने वाली नहीं है। बहुमत के आंकड़े से दूर 100 से 150 सीटों पर वे सिमट जाएंगे।”
तीन करोड़ किसानों को पश्चिम बंगाल सरकार ने दी है मदद
किसानों की आमदनी पर अपने सरकार के कार्यों का लेखा जोखा प्रस्तुत करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल की सरकार ने तीन करोड़ किसानों को आर्थिक मदद दी है। 2022 में प्रधानमंत्री द्वारा किसानों की आय को दोगुना करने पर तंज कसते हुए ममता ने कहा कि भाजपा को उनकी सरकार से सीखना चाहिए। ममता ने कहा, “हमने 7 सालों में किसानों की आय तीन गुनी कर दी है।” उन्होंने बताया कि सौ दिन के काम, चिकित्सा, सड़क, जन आहार आदि योजनाओं में पश्चिम बंगाल सरकार शीर्ष पर है।
भाजपा और संघ को बताया तालिबानी उग्रपंथी
इसके बाद उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला बोला। ममता ने कहा कि भाजपा और संघ के लोग बंगाल में तालिबानी तरीके से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “कल संसद में गृह मंत्री ने कहा है कि जो लोग हिंदुओं को तालिबानी कह रहे हैं, वह अपने राज्य में उन पर लगाम लगाएं। तो मैं पूछती हूं कि आप अपने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर लगाम क्यों नहीं लगाते? उनकी जुबान बहुत बढ़ गई है। कभी कहते हैं आग लगा दो, पुलिस को मारो, तृणमूल को मारो, जला दो। यह तालिबानी लोग हैं। इन पर लगाम लगाइए।”
उन्होंने कहा कि बाहरी लोग दूसरे राज्यों से पश्चिम बंगाल में आते हैं और संघ के कार्यकर्ता बनकर रुपये बांटते हैं। कहीं दंगा करवाते हैं तो कहीं दलितों पर अत्याचार करवाते हैं। ममता ने कहा कि भाजपा की तालिबानी सोच की वजह से देश में सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। कहीं मुसलमानों को मारा गया तो कहीं दलितों को। आज भी देश में एक व्यक्ति की हत्या गाय के लिए कर दी जाती है। ममता ने उत्तर प्रदेश का जिक्र करते हुए कहा कि फेक एनकाउंटर के नाम पर सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय एजेंसियों के बल पर विपक्ष को धमकाया जा रहा है लेकिन मैं डरने वाली नहीं हूं। जितनी सीबीआई को भेजना है भेजो, जितने ईडी को भेजना है भेजो। मैं लड़ रही हूं और लड़ती रहूंगी। संघ और भाजपा से मुझे डर नहीं।
नोटबंदी को बताया सबसे बड़ा घोटाला
ममता ने कहा कि केंद्र सरकार बैंक लूट रही है। नोटबंदी के नाम पर सबसे बड़ा भ्रष्टाचार किया गया। आज तक नहीं बताया गया कि कितने रुपये जमा हुए। 2019 के चुनाव में देश की जनता इन लोगों को सबक सिखाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 अगस्त को तृणमूल झंडा फहराएगी और तय करेगी कि 2019 में लाल किला से भाजपा का कोई नेता झंडा ना लहरा सके।
माकपा और कांग्रेस पर लगाया भाजपा के साथ मिलकर काम करने का आरोप
उन्होंने माकपा और कांग्रेस पर भाजपा के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां अगर आप भाजपा की मदद करेंगे तो दिल्ली में आप को हमारी मदद नहीं मिलेगी। पार्टी कार्यकर्ताओं को विशेष निर्देश देते हुए कहा कि आप संघ और भाजपा के लोगों पर नजर रखें। कुछ भी संदिग्ध लगे तो पुलिस को सूचित करें।
दो करोड़ अल्पसंख्यकों को मदद
अल्पसंख्यकों के हित के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार हर साल दो करोड़ से अधिक अल्पसंख्यकों और दलितों को आर्थिक मदद देती रही है और देती रहेगी। ममता ने यह भी कहा कि भाजपा और आरएसएस में सारे लोग बुरे नहीं हैं। कुछ पुराने लोग हैं, जो सम्मानित हैं और मैं उनका सम्मान करती हूं लेकिन वर्तमान भाजपा ने उन्हें दरकिनार कर दिया है।