मप्रः विशेषज्ञों के इनपुट का उपयोग कर बजट में करेंगे आवश्यक बदलावः शिवराज
मुख्यमंत्री ने आईईए के 104वे वार्षिक सम्मेलन को किया संबोधित
भोपाल, 26 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संगोष्ठी में भोपाल पधारे 140 अर्थशास्त्री मध्य प्रदेश सरकार के नवरत्न हैं। इनकी प्रतिभा का उपयोग मध्यप्रदेश के लिए करेंगे। ऐसे ही संगोष्ठी 1 वर्ष के भीतर पुनः होगी और इस संगोष्ठी में प्राप्त सुझावों का उपयोग भी करेंगे। विद्वानों के शोध पत्रों के निष्कर्षों पर अमल करेंगे। आप हमारे एक्सपर्ट हैं। आपने जो परिश्रम किया है, जो भी आपके इनपुट हैं, इनका पूरा उपयोग करके इस साल के बजट में हम आवश्यक बदलाव करेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान रविवार को राजधानी भोपाल में आयोजित इंडियन इकॉनामिक एसोसिएशन (आईईए) के 104वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि शनिवार को शुरू हुए इस तीन दिवसीय सम्मेलन का सोमवार को समापन होगा। इसमें देशभर से आए अर्थशास्त्री अपने सुझाव साझा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी विशेषज्ञों ने प्रदेश के विकास के लिए जो सुझाव दिए हैं, उसे मैं प्रदेश में नीतियां निर्धारित करने में उपयोग करूंगा। इसका मैं भरोसा दिलाता हूं। मैं आपको हृदय से धन्यवाद देता हूं कि विषय को समझाने में आप सभी विशेषज्ञों में जो उत्कंठा देखी, उससे मेरा उत्साह और बढ़ा है। जनवरी के शुरुआती दौर में मेरी प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें होंगी। हम प्रदेश के बजट को लेकर तैयारियां करेंगे, इसमें आप सभी विशेषज्ञों के सुझाव का उपयोग करूंगा।
उन्होंने कहा कि अपनी प्राथमिकताएं हमने तय की है। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार है और इसे बेहतर बनाने के लिए आपके सुझाव आमंत्रित हैं। आपसे भी सहयोग लेकर मध्यप्रदेश को देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों में से एक बनाने की दिशा में प्रयास करेंगे। विकास की प्राथमिकताएं आवश्यकताओं पर निर्भर करती हैं। जब हमें प्रदेश का जिम्मा मिला तो यहां न सड़कें थीं, न बिजली, न किसानों के लिए कोई व्यवस्था, तो हमारी प्राथमिकता सड़क, बिजली, किसानों को सुविधा देने की थी। अब इससे आगे बढ़ना है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जब हमें प्रदेश की जिम्मेदारी मिली तो शिक्षा की हालत बहुत खराब थी। हमने शिक्षक के तमाम संवर्ग खत्म करते हुए सभी को अध्यापक संवर्ग में लिया और सम्मानजनक वेतन देना शुरू किया, जिससे शिक्षा की व्यवस्था बेहतर हो सके। आर्थिक क्षेत्र के आप सभी विशेषज्ञों के सुझाव मध्यप्रदेश के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। आप इन सुझावों को एकत्र कर विभागवार सौंप दें, जिससे प्रदेश के विकास के प्रयासों को मजबूती मिल सके।
उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए हमने 15-20 गांव के बीच एक ऐसा स्कूल खोलने का निर्णय लिया, जहां विद्यार्थियों के लिए हर आवश्यक सुविधा होगी। प्राइवेट स्कूल की तरह बस बच्चों को लेकर स्कूल आएगी और वापस घर तक भी छोड़ेगी। चिकित्सा के क्षेत्र में भी हम आवश्यक सुधार कर रहे हैं।