मंत्री ने आंगनबाड़ी सेविका-सह-पोषण परामर्शी कर्मचारी संघ का धरना समाप्त कराया
रांची, 09 मार्च (हि.स.)। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना पर बैठे झारखंड राज्य अतिरिक्त आंगनबाड़ी सेविका-सह-पोषण परामर्शी (पोषण-सखी) कर्मचारी संघ का धरना समाप्त हो गया। संघ की प्रदेश अध्यक्ष अंजिनी कुमारी के नेतृत्व में विधानसभा के समीप स्थित साईं मंदिर के मैदान में संघ के लोग अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे थे। बुधवार को शिक्षा मंत्री धरना स्थल पर पहुंचे और धरना समाप्त कराया। माैके पर विधायक मथुरा प्रसाद महतो, सुदिव्य कुमार सोनू आदि उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि आंगनबाड़ी कार्यरत पोषण सखी सह सेविकाओं की भी सेवा शर्त नियमावली में प्रावधान बनाने की मांग को लेकर संघ के लोग अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे थे। अंजिनी कुमारी ने बताया कि झारखण्ड राज्य वर्ष 2016 में आंगनबाडी कर्मी पोषण सखी सह सेविका के पद पर पोषण सखी कर्मचारी का संवैधानिक तरीके से नियुक्त केवल 3000 रूपये प्रति माह नियुक्त किया गया था। इसमें सभी पोषण सखी न्यूनतम इन्टर से लेकर स्नातक, पीजी, बीएड तक योग्यता धारी शामिल है। लेकिन विगत वर्षों में भी हमारे मानदेय में बढ़ोत्तरी नहीं की गई। पूर्व में विधान सभा में भी ड्रेस कोड, बीमा, अवकाश पारित किया गया लेकिन उसके लाभ से हमें बंचित रखा गया। इतना ही नहीं विगत 11 माह से पोषण सखी सह सेविका को मानदेय भुगतान भी नहीं किया गया। इसी को लेकर हम लोग अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे थे।
वहीं दूसरी ओर मंत्री ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना पर बैठे झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ का भी धरना समाप्त कराया। संघ के लोग पुरानी पेंशन योजना लागू करने सहित अन्य मांग को लेकर धरना पर बैठे थे।