भुस्खलन से अवरुद्ध सड़कों को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी
शिमला, 14 अगस्त (हि.स.) । हिमाचल प्रदेश में भयंकर बारिश के बाद भुस्खलन से अवरुद्ध हुई सैकड़ों सड़कों को खोलने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। बीते 24 घंटों के दौरान बारिश में कमी आई है तथा लोकनिर्माण विभाग द्वारा बन्द सड़कों को खोलने का काम जोरशोर से चल रहा है। विभाग ने सड़कों की बहाली के लिए भारी मशीनरी लगा रखी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद हालात पर नज़र बनाए हुए हैं।
लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों की मानें तो मौसम साफ रहने पर अवरुद्ध हुई 40 फीसदी सड़कों को मंगलवार शाम तक बहाल कर दिया जाएगा। रविवार रात भारी बारिश से राज्य में एक साथ 923 सड़कों और दो राष्ट्रीय राजमार्गों के अवरुद्ध होने से यातायात ठप्प पड़ गया था। वहीं कई वाहन सडकों में फंस गए थे।
लोनिवि शिमला मंडल के अधिशासी अभियंता अजय गर्ग ने बताया कि प्रदेश में 923 सड़कें बाधित हैं। शिमला जोन में सबसे ज्यादा 353 सड़कें अवरूद्व हैं। वहीं मंडी जोन में 255, हमीरपुर जोन में 164, कांगड़ा जोन में 151 सड़कें बंद हैं। भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग-5 (हिन्दुस्तान-तिब्बत) और राष्ट्रीय राजमार्ग-154 (मंडी-पठानकोट) अवरूद्व हैं। उन्होंने कहा कि सड़कों के बहाली कार्य में 624 मशीनरी लगाई गई है। इनमें 484 जेसीबी मशीनें, 97 टिप्पर और 46 डोजर शामिल हैं तथा मंगलवार को मौसम के साफ रहने पर 400 से अधिक सड़कों को बहाल कर दिया जाएगा। भूस्खलन से विभाग को अब तक 460 करोड़ की चपत लग चुकी है।
बता दें कि बीते रविवार की रात राज्य में रिकार्ड तोड़ बारिश से जनजीवन ठप हो गया था। वर्षा जनित विभिन्न घटनाओं में 16 लोग मारे गए थे। हमीरपुर के सुजानपुर में सर्वाधिक 307 मिमी बारिश हुई, जिसने बीते 7 सालों के रिकार्ड तोड़ा। राजधानी शिमला में भी कई सालों बाद रिकार्ड 176 मिमी बारिश दर्ज की