भारत समेत दुनिया के 101 देशों में आज से बदल गई किलोग्राम की परिभाषा
नई दिल्ली, 20 मई (हि.स.)। वर्ल्ड मेट्रोलॉजी डे 20 मई से किलोग्राम का नया मानक लागू हो गया है | इस बदलाव को पिछले नवंबर में 50 देशों ने मंजूरी दी थी | इससे पहले किलोग्राम को प्लेटिनम से बने सिलेंडर के वजन से परिभाषित किया जाता था | इस सिलेंडर को ली ग्रैंड कहा जाता था | हालांकि किलोग्राम की परिभाषा में बदलाव से आमलोगों के रोजमर्रा के जीवन पर कोई असर नहीं पड़ेगा |
भारत समेत दुनिया के 101 देशों में बदल गई परिभाषा
भारत समेत दुनिया के 101 देशों में सोमवार से किलोग्राम, एम्पियर, केलविन और मोल की परिभाषा बदल गई | बता दें कि नाप-तौल की सात मूल इकाइयों (एसआई इकाइयों) में शामिल इन चार इकाइयों की परिभाषा बदली गई है |
इसके साथ ही सभी एसआई इकाइयों की परिभाषा प्राकृतिक स्थिरांकों पर आधारित हो गई है | मीटर, सेकेंड और कैंडेला की इकाइयां पहले से ही प्राकृतिक स्थिरांकों पर आधारित थी | यह नया मानक पूरी दुनिया में वैज्ञानिकों को सटीक माप उपलब्ध कराएगा |
इसे एक बार लागू करने के बाद सभी एसआई यूनिट फंडामेंटल कंस्टेंट की प्रकृति पर आधारित होंगी, जिसके मायने हमेशा के लिए तय हो जाएंगे और ये और भी अधिक सटीक पैमाइश कर पाएगा |
आम लोगों को प्रभावित नहीं करेगा बदलाव
किलोग्राम की परिभाषा में बदलाव से रोजमर्रा के जीवन में आम लोगों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा | हालांकि उद्योग और विज्ञान के क्षेत्र में इसका प्रयोग होने की उम्मीद है, क्योंकि वहां सटीक माप की जरूरत पर जोर होता है | बता दें कि किलोग्राम अंतरराष्ट्रीय मानक प्रणाली के सात मानकों में से एक है |