भारत-पाक के बीच कैदियों की सूची का आदान-प्रदान
नई दिल्ली, 01 जुलाई (हिस)। भारत-पाकिस्तान के बीच कैदियों की सूची का आदान-प्रदान हुआ। सूची में दोनों ही देशों ने अपने देश के नागरिक और मछुआरों के नाम दिए हैं। भारत ने पाकिस्तान सरकार को 249 पाकिस्तानी नागरिकों व 108 मछुआरों की सूची सौंपी, जो भारत की जेलों में बंद हैं। इसी तरह पाकिस्तान ने भी भारत सरकार को 53 नागरिकों और 418 मछुआरों की सूची सौंपी, जिन्हें लेकर पाकिस्तान का दावा है कि ये भारतीय नागरिक हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रविवार को बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच कैदियों की सूची का आदान-प्रदान किया गया। एक-दूसरे के जेल में बंद कैदियों की सूचियों का आदान-प्रदान राजनायिक माध्यम से हुआ, जो साल 2008 को दोनों देशों के बीच हुए समझौते के मुताबिक हुआ है। इस समझौते के मुताबिक भारत-पाकिस्तान हर साल 01 जनवरी और 01 जुलाई को आपस में अपनी जेलों में बंद दूसरे देश के कैदियों की सूची सौंपते हैं। भारत सरकार ने पाकिस्तान से लापता भारतीय फौजियों, नागरिकों और मछुआरों को जल्द से जल्द प्रत्यार्पित करने को कहा है। भारत ने इस 09 भारतीय नागरिकों और 229 मछुआरों की रिहाई जल्द से जल्द चाही है, जिन्होंने या तो अपनी सजा पूरी कर ली है या ये साबित हो गया है कि वे भारतीय नागरिक हैं। इसी तरह बाकी कैदियों से राजनायिक अधिकारियों को मिलने देने की सुविधा भी देने को कहा है। भारत सरकार ने पाकिस्तान को कई कैदियों को लेकर मानवतावादी दृष्ट्रिकोण अपनाने को कहा है, जिसमें बुजुर्ग, महिलाएं व मानसिक रूप से बीमार लोग शामिल हैं। भारत ने ऐसे कैदियों की सूची पाकिस्तान सरकार को सौंपी हैं। साथ ही भारतीय मेडिकल टीम के पाकिस्तानी जेल में बंद मानसिक रूप से बीमार कैदियों को देखने देने की सुविधा के लिए कहा है। इसके अलावा भारत सरकार ने पाकिस्तानी एजेंसियों द्वारा भारतीय मछुआरों की नावों को जल्द से जल्द छोड़ने को भी कहा है।