भारत और वियतनाम रक्षा, सुरक्षा समेत कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर हुए सहमत
हनोई, 12 मई (हि.स.)। भारत और वियतनाम रक्षा, सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग और बाहरी अंतरिक्ष, तेल एवं गैस तथा नवीकरण ऊर्जा के क्षेत्रों में अपने संबंध और भी प्रगाढ़ करने पर सहमत हुए हैं। यह जानकारी रविवार को अधिकारिक सूत्रों से मिली।
विदित हो कि उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू इस एशियाई देश केे चार दिवसीय दौरे पर आए थे और रविवार को उनका दौरा समाप्त हो गया। इस दौरान उन्होंने अपने वियतनामी समकक्ष दांग ती एन तिह्न, प्रधानमंत्री एन शुआन फुक और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष एन ती किम नगान के साथ वार्ता की।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘उपराष्ट्रपति की वियतनामी वार्ताकारों से व्यापक एवं सार्थक वार्ता हुई, जिसमें द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय सहयोग के सारे मुद्दे शामिल थे।’’
बयान में कहा गया है कि दोनों देश रक्षा एवं सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा एवं बाहरी अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग, तेल एवं गैस, नवीकरणीय ऊर्जा, कृषि तथा नवोन्मेष आधारित क्षेत्रों में सहयोग और भी मजबूत करने पर सहमत हुए।
उल्लेखनीय है कि वियतनाम, भारत का एक अहम व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार पिछले साल करीब 14 अरब डॉलर था, जबकि तीन साल पहले यह 7. 8 अरब डॉलर था।
उप राष्ट्रपति और वियतनाम के प्रधानमंत्री ने व्यापार एवं निवेश बढ़ाने के प्रति प्रतिबद्धता जताई और पर्यटन, व्यापार एवं लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए सीधी उड़ानों को बढ़ावा देने पर सहमत हुए।
बयान के मुताबिक दोनों देशों ने राष्ट्रीय संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर हिंद – प्रशांत क्षेत्र को शांतिपूर्ण और समृद्ध बनाने की अहमियत दोहराई। नायडू ने अपने वियनतामी समकक्ष को भारत आने का भी न्यौता दिया।