बोगीबील पुल को प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे देश को समर्पित
डिब्रूगढ़, 25 दिसम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर मंगलवार को एशिया के सबसे लंबे व सामरिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण रोड सह रेल ब्रिज बोगीबील को देश को समर्पित करेंगे।
असम के डिब्रूगढ़ से धेमाजी और पड़ोसी राज्य अरुणाचल प्रदेश को जोड़ने के लिए ब्रह्मपुत्र नद पर बनाए गए रोड सह रेल ब्रिज बोगीबील पुल के उद्घाटन के मद्देनजर डिब्रूगढ़ जिला के हवाई अड्डे से धेमाजी जिले के पुल वाले छोर की सुरक्षा बेहद पुख्ता की गई है।
प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के बेहद पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुल के उद्घाटन के मद्देनजर बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई हैं। पुल के उत्तरी छोर पर कारेंग बाली चापरी में बोगीबील पुल के उद्घाटन के मद्देनजर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
धेमाजी जिला उपायुक्त के अनुसार प्रधानमंत्री 25 दिसम्बर को दोपहर के 1.30 बजे डिब्रूगढ़ पहुंचेंगे। उसके बाद वे औपचारिक रूप से बोगीबील पुल का उद्घाटन करेंगे। साथ ही धेमाजी में आयोजित एक विशाल जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री एक पैसेंजर ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
उल्लेखनीय है कि बोगीबील ब्रिज के उद्घाटन के साथ ही एनएफ रेलवे की योजना नए पुल के जरिए तिनसुकिया और अरुणाचल प्रदेश के नाहरलागुन रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली दो नई इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू करने की है, जहां एक ट्रेन सप्ताह में पांच दिन चलेगी, दूसरी साप्ताहिक चलेगी। नई ट्रेनों से अरुणाचल प्रदेश के लोगों और ब्रह्मपुत्र नद के उत्तरी तट पर रहने वाले लोगों को काफी लाभ मिलेगा। उद्घाटन अवसर पर विशेष ट्रेन केवल 25 दिसम्बर को चलेगी, जबकि नियमित सेवाएं 26 दिसम्बर से शुरू होंगी।
उद्घाटन समारोह में असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू के अलावा दोनों राज्यों के कई मंत्रियों, भाजपा के शीर्ष नेताओं के उपस्थित रहने की भी जानकारी मिली है। ऐसे में उद्घाटन समारोह स्थल के आसपास की सुरक्षा पिछले कई दिनों से बेहद चाक-चौबंद की गई।
उल्लेखनीय है कि धेमाजी और डिब्रूगढ़ जिले के बीच ब्रह्मपुत्र नद पर बने रोड सह रेल ब्रिज की कुल लंबाई 4.94 किलोमीटर है। रोड वाले हिस्से में ब्रिज पर तीन लेन की सड़क है, जबकि रेल वाले हिस्से में ब्रॉडगेज की डबल लाइन बिछाई गई है। ब्रिज के निर्माण में कुल 125 मीटर लंबे 41 लोहे के गार्डर का इस्तेमाल किया गया है। वैसे तो इस ब्रिज का शिलान्यास 1997 में हुआ था, लेकिन इसके निर्माण का उद्घाटन पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी ने 21 अप्रैल, 2002 को किया था। अनुमान के अनुसार ब्रिज का निर्माण पांच से छह वर्षों में करने की समय सीमा निर्धारित की गई थी लेकिन विभिन्न वजहों से पुल के निर्माण में देरी होती रही। अंततः पुल आम नागरिकों के लिए 25 दिसम्बर 2018 को खुलने जा रहा है।