बैंक कर्मचारियों ने रैली निकालकर किया धरना-प्रदर्शन

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मुरैना, 26 दिसम्बर (हि.स.)। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के नेतृत्व में बुधवार को देशव्यापी बैंक हड़ताल के तहत मुरैना जिले के सभी राष्ट्रीयकृत बैंक अधिकारी कर्मचारियों ने रैली निकालकर धरना-प्रदर्शन किया। सभी हड़ताली कर्मचारी बैंक ऑफ इंडिया पर एकत्रित हुये और शहर के प्रमुख मार्ग एमएस रोड, स्टेशन रोड होते हुये स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पर पहुंचे, जहां धरना-प्रदर्शन किया गया।
इस हड़ताल का उद्देश्य कर्मचारियेां के बेहतर जीवन यापन के साथ-साथ बैंकों को आर्थिक मंदी से उबारना तथा भारतीय रिजर्व बैंक की स्वायत्तता में किसी भी प्रकार का दखल नहीं होना चाहिए।
उन्होंने सरकार पर यह आरोप लगाया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की सुरक्षानिधि का अधिग्रहण सरकार नहीं कर सकती। बैंक यूनियन द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक का जो सुरक्षित निधि 9 लाख 600 करोड़ रुपये हैं, उसमें से 3 लाख 600 करोड़ रुपये की राशि सरकार लेकर बैंकों के माध्यम से औद्योगिक घरानों को ऋण के रूप में देना चाहती है, यह प्रक्रिया नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह जनता का पैसा है, इससे बैंकों के साथ-साथ बाजार में भी आर्थिक प्रभाव गहरे हो जायेंगे। शीघ्र वेतन समझौता लागू होना चाहिए यह नवम्बर 2017 से लंबित है। इसी तरह बैंक ऑॅफ बडौदा में देना बैंक तथा विजया बैंक के विलय की नीति का भी विरोध इस हड़ताल के अन्तर्गत किया जा रहा है। वहीं 31 मार्च 2018 तक देश के सभी बैंकों का एनपीए 10 लाख 30 हजार करोड़ की राशि की शीघ्र वसूली औद्योगिक घरानों से की जाए। वसूली न देने वाले ऋणदाताओं के विरुद्ध दण्ड प्रक्रिया संहिता के तहत कार्यवाही की जाए।
इस हड़ताल व धरना-प्रदर्शन में हरिश्चन्द्र बंसल संयोजक यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन, सतेन्द्र शर्मा क्षेत्रीय सचिव, ओपी बकाना, अनुराग गुप्ता, इरफात अली, एचएमएस सिकरवार, रामजीलाल धमन (बैंक ऑफ इंडिया), मनीष सिंह(पीएनबी), अजीत सिंह, महेश शर्मा, रोविन सिंह, सुनील नंदा (इलाहाबाद बैंक) आदि शामिल है।


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