बैंक अॉफ बड़ौदा, आईडीबीआई बैंक, ओबीसी और सेंट्रल बैंक अॉफ इंडिया के विलय की तैयारी!
नई दिल्ली, 4 जून (हि.स.)। बैंकों में हो रहे घोटाले व इनके खस्ताहाल को लेकर केंद्र सरकार इनको विलय करने का सोच रही है। इसके तहत अब बैंक अॉफ बड़ौदा, आईडीबीआई बैंक लिमिटेड, ओरिएंटल बैंक अॉफ कॉमर्स व सेंट्रल बैंक अॉफ इंडिया का विलय का प्रस्ताव आया है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले स्टेट बैंक अॉफ पटियाला का विलय स्टेट बैंक से हो चुका है। अगर उक्त बैंकों का विलय हो जाता है तो इनसे बना बैंक स्टेट बैंक अॉफ इंडिया के बाद दूसरा सबसे बड़ा बैंक हो सकता है। साथ ही इसकी संयुक्त परिसंपत्ति 16.58 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगी। विलय के पीछे सरकार का मकसद है कि इससे एनपीए में कमी आएगी और बैंक की परिसंपत्ति भी बढ़ेगी। उल्लेखनीय है कि इन बैंकों को पिछले वित्यीय वर्ष तक 21,646.38 करोड़ का घाटा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्रालय के अंदर काम करने वाला वित्त सेवा विभाग ने आईडीबीआई बैंक में 51 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदने का फैसला लिया है। इसके लिए विभाग को 9,000 से 10,000 हजार तक खर्च करना पड़ेगा। आईडीबीआई प्रबंधन ने हालांकि इस मामले में कुछ बोलने से इनकार कर दिया। लेकिन वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता डीएस मल्लिक ने कहा कि सरकार एेसा सोच जरूर रही है। अभी कुछ भी निश्चित तौर पर कहना जल्दबाजी होगी। आईडीबीआई बैंक ने सेबी से कहा है कि बैंक के प्राधिकृत पूंजी में 3500 करोड़ का इजाफा हुआ है और अगर एेसा है तो हिस्सेदारी बेचने में बैंक को सुविधा होगी।