बिहार में महागठबंधन के बीच सीटें बंटीं, 20 पर लड़ेगा राजद , कांग्रेस को मिलीं 9 सीटें
पटना,22 मार्च (हि.स.)। । बिहार में छह दलों के विपक्षी महागठबंधन ने शुक्रवार को लोकसभा सीटों का बंटवारा कर लिया है। 40 सीटों में से राजद ने 20 सीटें लेकर अपने कोटे की एक सीट माले को देने की घोषणा की है। बंटवारे के अनुसार कांग्रेस को 09,रालोसपा को 05,हम और वीआईपी को तीन-तीन सीटें मिलेंगी। लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव राजद उम्मीदवार बनकर चुनाव लड़ेंगे। समझौते के तहत बिहार में राज्यसभा के आसन्न चुनाव में विपक्षी कोटे की पहली सीट कांग्रेस को मिलेगी।
महागठबंधन की ओर से प्रथम चरण में 11 अप्रैल को चार लोकसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों की भी घोषणा कर दी गयी है। गया से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी हम के उम्मीदवार होंगे। औरंगाबाद से भी हम के ही उपेन्द्र प्रसाद उम्मीदवार होंगे। नवादा से राजद की विभा देवी और जमुई से रालोसपा के पूर्व सांसद भूदेव चौधरी उम्मीदवार होंगे।
महागठबंधन ने विधानसभा की दो सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है । नवादा से हम के धीरेन्द्र कुमार सिंह उर्फ मुन्ना और डिहरी से मो.फिरोज हुसैन उम्मीदवार होंगे।
महागठबंधन की ओर से राजद के प्रवक्ता एवं सांसद मनोज झा,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा,हम के विजय यादव,लोकतांत्रिक जनता दल के अर्जुन राय सहित अन्य नेताओं ने शुक्रवार को यहां संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में सीटों के बंटवारे और प्रथम चरण के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। यह प्रेस कांफ्रेंस निर्धारित समय से 15 मिनट बाद शुरु हुआ। इसका कारण था कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर महागठबंधन के नेताओं जीतन राम मांझी,उपेन्द्र कुशवाहा,मुकेश सहनी,शरद यादव और तेजस्वी प्रसाद यादव की लगभग दो घंटे तक चली बैठक । इस बैठक में शामिल नेताओं के नाम पर प्रेस कांफ्रेस बुलायी गयी थी परंतु दूसरी पंक्ति के नेताओं की प्रेस कांफ्रेंस कर सीटों के बंटवारे की घोषणा की गयी ।
समझा जा रहा है महागठबंधन में सीटों के बंटवारे के बाद सीटें तय करने को लेकर विवाद नहीं सुलझ पा रहा है । इसी कारण वरिष्ठ नेता मीडिया से दूर रहे। तेजस्वी के नाम दूसरी बार आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में वे अनुपस्थित रहे।