बिहार में कोरोना से बचाव के उपायों पर फैसला मंगलवार को
– मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचे छह फरियादी संक्रमित
पटना, 3 जनवरी (हि.स.)।प्रदेश में कोरोना वायरस ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है। इस पर राज्य के मुखिया नीतीश कुमार ने चिंता जतायी है। कोरोना के हालात देखते हुए बिहार में रात्रि कर्फ्यू, लॉकडाउन या किसी अन्य तरह की सख्ती पर मंगलवार की बैठक में मुख्यमंत्री फैसला करेंगे।
आज सीएम के जनता दरबार में पहुंचे 14 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की खबर है। इनमें से छह फरियादी, पांच वेटर और तीन पुलिसकर्मी शामिल हैं। छह संक्रमित फरियादी तो मुख्यमंत्री से मिल भी चुके थे। रिपोर्ट आने के बाद अधिकारियों के होश उड़ गए। मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी दी गई। इस पर उन्होंने गरम पानी मांगकर पीया। इसके बाद आनन-फानन संक्रमितों को खोजा गया। इनमें से कुछ को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। बाकी की तलाश जारी है। सभी छह फरियादी रोहतास जिले के बताए जा रहे हैं।
जनता दरबार के बाद सीएम नीतीश ने पत्रकारों से बातचीत में बढ़ते कोरोना को लेकर चिंता जतायी। उन्होंने कहा कि बिहार में अभी स्थिति वैसी नहीं आई है। नाइट कर्फ्यू या अगले 5-7 दिनों के लिए जो भी निर्णय लेना होगा, उसके लिए कल बैठक होगी। बैठक में सभी जगहों की समीक्षा होगी और फिर हम निर्णय लेंगे।’ इस दौरान सीएम ने अपनी समाज सुधार यात्रा के बारे में कहा, ‘यह नहीं टलेगा। कल मेरी यात्रा होगी।’
उल्लेखनीय है कि बीते छह दिनों में कोरोना के केस में 750 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। अभी 28 दिसंबर को 47 कोरोना पॉजिटिव केस आए थे, तो दो जनवरी को 352 नए मामले सामने आए।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने एक ट्वीट के जरिए सीएम नीतीश को जनता दरबार स्थगित करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सीएम से आग्रह है कि जनता दरबार कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित रखा जाए। राज्य हित में यह कारगर फैसला होगा।