बिहार के रामसर साइट काबर में पक्षियों को पहनाया गया छल्ला, आसान होगा ट्रेसिंग
बेगूसराय, 05 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा घोषित बिहार के इकलौते रामसर साइट बेगूसराय जिला के काबर में प्रवास करने वाले देसी-विदेशी पक्षी के गतिविधियों को ट्रेस करना अब आसान हो गया है। इसके लिए काबर में रहने वाले विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों को छल्ला लगाया गया है। इस छल्ला में लगे सूक्ष्म डिवाइस के माध्यम से इनके गतिविधियों का पता चल सकेगा। बंबई नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी (बीएनएचएस) के टीम द्वारा बिहार के एकमात्र रामसर साइट काबर टाल पक्षी विहार क्षेत्र में प्रवासी पक्षियों को छल्ला पहनाने का तीन दिवसीय कार्य पूरा कर लिया गया है। यहां छल्ला पहनाने के बाद शनिवार को टीम अपने अगले कार्य क्षेत्र के लिए रवाना हो गई है। बीएनएचएस की टीम के सदस्यों ने काबर में घूम-घूम कर 145 चिड़ियों को पहचान के लिए रिंग पहना कर उन्हें मुक्त किया।
टीम के प्रमुख डॉ. सुब्रत देवता ने बताया कि टीम के सदस्यों में राहुल, श्रद्धा, खुशबू, गोनर सहनी तथा काबर नेचर क्लब के संयोजक महेश भारती, अपूर्व कृष्ण आदि के सहयोग से कार्य पूरा कर लिया गया है। बीएनएचएस अपने रेगुलर कार्य के तहत बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में छल्ला पहनाने का अभियान चलाते रहता है। काबर के बाद अब कुशेश्वर स्थान और बरैला चौर में यह अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मौके पर सेट्रिन बैगटेल, व्हाईट बैगटेल, रेड बैगटेल को भी छल्ला पहनाया गया है।
काबर नेचर क्लब के संयोजक महेश भारती ने बताया कि बीएनएचएस सदस्यों का यह कार्य सराहनीय है। इससे प्रवासी चिड़ियों के वास स्थान और प्रवास के रूट तय करने में मदद मिलेगी, काबर टाल में रहने के स्थान की पहचान भी होगी। टीम के सदस्यों ने काबर टाल के मध्य स्थित जयमंगलागढ़ परिसदन में पक्षियों कै छल्ला पहनाकर उन्हें मुक्त किया। उनके शारीरिक बनावट और आकार की नापी और स्वभाव का अध्ययन किया गया है। इसके साथ ही टीम के सदस्यों ने काबर टाल में आने वाली प्रवासी पक्षियों की गणना भी किया है।