बाबरी मस्जिद का मुद्दा अदालत के बाहर हल नहीं हो सकता : जमीयत उलेमा ए हिंद

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सहारनपुर, 18 मार्च (हि.स.)। जमीयत उलेमा ए हिंद (महमूद गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कारी मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी ने रविवार को कहा कि बाबरी मस्जिद का मसला अदालत के बाहर हल नहीं हो सकता है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का बाबरी मस्जिद को लेकर रुख स्पष्ट है। मौलाना सलमान नदवी के मानव कल्याण बोर्ड से मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। कहा कि तीन तलाक बिल मुस्लिम पर्सनल लॉ में हस्तक्षेप है। बोर्ड इस सिलसिले में अपनी जद्दोजेहद जारी रखेगा। मदरसों के पाठ्यक्रम में तब्दीली पर उन्होंने कहा कि मदरसों के बुनियादी स्वरूप से छेड़छाड़ किया जाना गलत है। मदरसों को मदरसें ही रहने देना चाहिए। दीनी माहौल में दुनियावी तालीम के लिए बड़े कालेज व यूनिवर्सिटी बनाई जाएं। जहां बच्चा दीनी माहौल में दुनियावी तालीम हासिल कर सकें। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा कोशिश करने की जरूरत है। कहा कि ऐसे कालेजों से तालीम हासिल करने वाले बच्चे संस्कारित समाज बनाने में मददगार साबित होंगे। उलेमा की जिम्मेदारी है कि वह लोगों को इसके लिए जागरूक करें। उन्होंने समाज में फैल रही बुराईयों को समाप्त करने के लिए एकजुट होकर कोशिश किए जाने को समय की जरूरत बताया।

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