बलात्कार के मामलों में हो केवल मृत्यु दण्ड का प्रावधान : शान्ता कुमार

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पालमपुर, 18 फ़रवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने कहा है कि हिमाचल के सोलन जिला के एक न्यायालय ने एक अत्यन्त महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय किया है। इस निर्णय से पूरे देश की आंखे खुल गई है। छोटी छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार जैसी घटनाएं भारत जैसे देश के माथे पर एक बहुत बड़ा कलंक है। जिस देश में नारी का सम्मान किया जाता है, नारी की पूजा की जाती है, माता के मन्दिरों में प्रतिदिन करोड़ों लोग सिर झुकाते हैं, ऐसे देश में बलात्कार की घटनाएं बहुत बड़ा कलंक है।
उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में बलात्कार की घटनाओं का जिक्र नहीं है। अपराध होते थे परन्तु नारी के सम्मान में कोई कमी नहीं थी। एक बार द्रोपदी की केवल साड़ी खींचने पर भारत का सबसे बड़ा महाभारत युद्ध हुआ था। दुर्भाग्य से आज प्रतिदिन एक नहीं अनेक बच्चियों को बलात्कार द्वारा अपमानित किया जाता है। जिस बेटी का बलात्कार होता है, वह पूरा जीवन मर मर कर जीती है। यह अपराध शरीर को ही नहीं, आत्मा को भी झकझोर कर रख देता है।
भाजपा नेता ने कहा कि दिल्ली में निर्भया काण्ड हुआ था, जिस पर पूरा भारत सड़कों पर आ गया था। पूरी सरकार हिल गई थी। सरकार द्वारा वर्मा कमेटी बनाई गई थी, उसकी सिफारिश पर कानून में संशोधन हुआ था परन्तु बलात्कार की घटनाओं में कोई कमी नहीं आई। उस समय के कानून के संशोधन के उपरान्त एक ही फर्क पड़ा कि अब बलात्कार के बाद हत्याएं भी हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस विषय पर फिर गम्भीरता से विचार करके कानून में बदलाव लाकर केवल और केवल मृत्यु दण्ड का प्रावधान करे। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में विशेष अदालतें बना कर बलात्कार के मामलों का छह महीनों के अन्दर-अन्दर निपटारा किया जाए। हिमाचल के सोलन स्थित न्यायालय ने इस दिशा में सराहनीय कार्य किया है।


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